Parliament Session : विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लोकसभा में दिए गए भाषण से सोमवार की सुबह संसद में अफरा-तफरी मच गई। निचले सदन में अपने संबोधन के दौरान गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया कि वे खुद को हिंदू बताते हैं जबकि वे चौबीसों घंटे हिंसा, नफरत और झूठ में लिप्त रहते हैं। इस बयान के बाद सत्ता पक्ष की ओर से हंगामा हुआ और "शर्म करो-शर्म करो" के नारे गूंजने लगे।
सदन में भारी शोर के बीच राहुल गांधी ने अपना भाषण जारी रखते हुए कहा कि भाजपा सांसद सच्चे हिंदू नहीं हैं।
राहुल गांधी के भाजपा पर आक्रामक हमले की प्रधानमंत्री मोदी ने निंदा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल के भाषण में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना गंभीर मामला है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा और मोदी पूरे हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
राहुल ने विभिन्न धार्मिक चित्रों में ‘अभय मुद्राएं’ भी दिखाईं - ‘हाथ’ का प्रतीक, जो कांग्रेस पार्टी का प्रतीक भी है - जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह निडरता और अहिंसा का प्रतीक है।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिंदुओं पर आक्षेप लगाने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की। उन्होंने सभी हिंदुओं को हिंसक बताने वाले राहुल गांधी के बयान के लिए उनसे माफ़ी मांगने को कहा।
शाह ने कहा कि करोड़ों लोग हिंदू होने पर गर्व करते हैं और उन्होंने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी को लगता है कि वे सभी हिंसक हैं।