रायपुर। अधिकारी कर्मचारियों को मंत्रियों से मिलने के पहले अनुमति लेना हिटलर शाही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा भाजपा सरकार में बैठे हुये लोग खुद को खुदा समझने लगे है। सत्ता में आने के साथ ही भाजपा अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो देती है। इसीलिये उसके नेता सत्ता में आने के बाद जनता से दूरियां बनाना शुरू कर देते है। कर्मचारी अधिकारी अपनी पीड़ा और परेशानी को लेकर मंत्री के पास नहीं जायेंगे तो किसके पास जायेंगे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा अधिकारी कर्मचारी भी राज्य के मतदाता है। सरकार पर उनका अधिकार केवल शासकीय कर्मचारी होने मात्र से कम नहीं हो जाता है। लोकतंत्र में हर नागरिक का पूरा अधिकार है कि वह अपने जनप्रतिनिधि से सवाल कर सके अपनी समस्या बता सके।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा भाजपा के मंत्री इस लिये लोगो से मिलना नहीं चाहते ताकि उन्हें कोई सीधे समस्या न बता सके तथा दलालो के माध्यम से सौदेबाजी कर के वह समस्याओं का निराकरण करें। यह भ्रष्टाचार करने का एक तरीका भाजपा सरकार ने खोजा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिये कि कोई कर्मचारी क्यों मंत्री के पास नहीं जा सकता? इसमें क्या अनुशासनहीनता हो जायेगी? अधिकारी कर्मचारी शासन के प्रमुख अंग है। उनके माध्यम से ही सरकार अपने कामों का संपादन करती है। जब मंत्री के पास पहुंचने में ही कर्मचारियों का बंदिश रहेगी तो कैसे वे लोग अपने दायित्वों का निर्वहन कर पायेंगे।