रायपुर। मोदी की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिये भाजपाई अनर्गल और झूठे बयानबाजी पर उतर आये है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बेहद शर्मनाक है कि देश और प्रदेश में सरकार चलाने वाली भाजपा अब विपक्षी दल के नेताओं की तुलना कुत्ते की पूंछ से कर रही है। यह भाजपा का संस्कार है। भाजपा बतायें विपक्ष को कुत्ते की पूंछ कहना कौन सी मर्यादा? चुनाव में राजनैतिक प्रहारों का विलाप करने वाले भाजपाई राजनीति के स्तर को गिरा रहे है।
भाजपा का आईटी सेल कांग्रेस नेताओं और प्रत्याशियों का स्तरहीन पोस्टर बना कर भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट कर लगातार पोस्ट करता है, जिसमें राजनैतिक भाषा शैली की मर्यादा को तार-तार किया जाता है जब अपने पर आती है तो भाजपाई विलाप करने लग जाते है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव शुरू होते ही भाषाई मर्यादा का उल्लंघन भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल से जारी पोस्टरों से हुई है जो आज तक जारी है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री मोदी को कांच की गुड़िया बनाकर प्रस्तुत करना चाहती है उनके खिलाफ राजनैतिक बयान को भाजपाई एजेंडा बना कर प्रस्तुत करने में लगे है। यदि आप सत्ता में है राजनीति में है तो आलोचना सहने की ताकत भी रखना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने तो सांसद के बाहर और संसद में अनेकों बार विपक्षी दल के नेताओं के लिए अभद्र टिप्पणियां किया है जो प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ था तब भाजपाईयों की सुचिता कहां गई थी? कांग्रेस पर उंगली उठाने के पहले भाजपाई अपने गिरेबान में झांके।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर अभद्र टिप्पणी किया तब भाजपाई चुप थे। भाजपाई बतायें एक सांसद की दिवंगत पत्नी को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड कहा। संसद के भीतर महिला सांसद को सुर्पनखा कहा। शहीद परिवार की एक सर्वमान्य नेत्री को कांग्रेस की विधवा और जर्सी गाय कहा। पूर्व प्रधानमंत्री और विख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह पर रेनकोट पहनकर नहाने की बात कहकर मजाक बनाया। निर्वाचित मुख्यमंत्री को मायावी राक्षस कहा। भारत मे जन्म लेना पाप है विदेशों में जाकर मोदी ने कहा। दुर्भावनापूर्वक विद्वेष फैलाने कपड़ो से पहचाने की बात किसने कही थी? भाजपा को नैतिकता का पाठ मोदी को सिखाना चाहिये।