आरंग। दान दया धर्म और आध्यात्म की नगरी है आरंग। यहां की मिट्टी में ही दानशीलता, दया, भाव, मानवीयता झलकती है। वहीं लोधी स्कूल शनिदेव मंदिर पारा आरंग निवासी 44 वर्षीय रमेश देवांगन अब तक सैकड़ों सड़क दुर्घटना से बिलखते कराहते लोगों को अस्पताल पहुंचाकर जान बचा चुके हैं। वह बताते हैं इस तरह अब तक कितने लोगों की मदद कर चुके हैं उन्हें याद नहीं है।वह विगत 9 वर्षों से देवांगन समाज आरंग के उपाध्यक्ष के पद पर कार्य कर रहे हैं।
साथ ही नगर के चर्चित स्वयंसेवी सामाजिक संगठन पीपला वेलफेयर फाउंडेशन में भी सक्रिय सहभागिता निभा रहे हैं। विगत आठ दस वर्षों से इस तरह की सेवाएं दे रहें हैं। जैसे ही उन्हें कहीं दुर्घटना होने की सूचना मिलती है वह तुरंत पहुंचकर पीड़ित की मदद में लग जाते हैं।
कई बेसहारा, लाचार वृद्ध व गरीबों को स्वयं के खर्च से भोजन भी कराते है। परेशान भटकते राहगीरों को मंजिल तक पहुंचाने में सदैव आगे रहते हैं। अभी तक वह दुर्घटना में घायल हुए 20/25 गाय व मूक पशुओं का स्वयं के व्यय से इलाज करा चुके हैं।वही 20/25 मृत बंदरों का इलाज व विधि विधान से अंतिम संस्कार करा चुके है। वही विभिन्न समाजों के युवक युवतियों के रिश्ते जुड़वाने में भी विशेष सहभागिता निभाते हैं।
कई बार कुएं या गढ्ढे में गिरे गायों को अपनी जान जोखिम में डालकर बाहर निकाल चुके हैं। घरेलू विवाद से परेशान हताश कई लोगों की समझा बुझाकर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचा चुके हैं। नगर या क्षेत्र में चाहे वृक्षारोपण हो साफ-सफाई,गौ सेवा में भी वह बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं।
वह भगवान शनिदेव व श्रीराम का भक्त है।प्रति शनिवार को भगवान शनिदेव की विशेष पूजा आराधना में लग जाते हैं। उन्होंने स्वयं व जन सहयोग से करीब तीन लाख रुपए से अधिक का नेता चौंक आरंग में भव्य स्वागत गेट का निर्माण कराया है।शनि जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष भोग भंडारा का आयोजन करते हैं। उनके नगर व समाज के प्रति सकारात्मक सोच परिश्रम,सेवा, समर्पण के लिए नगर के स्वयंसेवी संस्था पीपला वेलफेयर फाउंडेशन उन्हें सम्मानित कर चुके हैं।