राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि देश की सेवा में भारतीय वायुसेना का योगदान ‘स्वर्णाक्षरों’ में अंकित है और वह न केवल हवाई क्षेत्र की रक्षा कर रही है, बल्कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में भी अहम योगदान दे रही है।
मुर्मू ने भारतीय वायुसेना की चार इकाइयों को ‘राष्ट्रपति मानक एवं रंग (प्रेजिटेंड्स स्टैंडर्ड एंड कलर्स)’ पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उन्हें विश्वास है कि अधिक से अधिक महिलाएं वायुसेना में भर्ती होंगी और राष्ट्र की सेवा करेंगी।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सेवा में भारतीय वायुसेना का योगदान स्वर्णाक्षरों में अंकित है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह हर्ष की बात है कि भारतीय वायुसेना न केवल हवाई क्षेत्र की रक्षा कर रही है, बल्कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में भी अहम योगदान दे रही है।’’
मुर्मू ने कहा कि जल, थल और नभ की रक्षा करने के अलावा आज साइबर क्षेत्र तथा प्रयोगशालाओं की रक्षा करना भी आवश्यक है। समारोह के बाद अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई है कि भारतीय वायुसेना पिछले कुछ वर्षों से उन्नत प्रौद्योगिकियां अपना रही है।