भारतीय वायुसेना के इंटरनल सिस्टम पर साइबर अटैक हुा है. हैकर्स वायुसेना के संवेदनशील डेटा को चुराना चाहते थे. हालांकि हैकर्स कौन था इसके बारे में अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन उसके तरीके को एक्सपर्ट ने पकड़ लिया.
हैकर्स ने गूगल की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की मदद से बनाए गले ओपन सोर्स मालवेयर का इस्तेमाल कर अटैक किया था. हालांकि वायुसेना की जरूरी सूचनाओं को पता लगाने में नाकामयाब रहे. ओपन सोर्स मालवेयर सार्वजनिक तौर पर मौजूद है.
बता दें कि हैकर्स ने पिछले साल सितंबर में वायुसेना ने 12 फाइटर जेट्स की खरीद के ऑर्डर को जरिया बनाकर रिमोटली-कंट्रोल्ड ट्रोजन अटैक प्लान किया था। इसके बाद उन्होंने Su-30_Aircraft Procurement के नाम से ZIP फाइल बनाकर एयर फोर्स के कंप्यूटरों पर भेजने की कोशिश की थी।