महासमुन्द। लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछड़ा वर्ग के सच्चे हितैषी हैं। उनकी जाति अथवा पिछड़ा वर्ग को लेकर बयानबाजी करने वालों को इस लोकसभा चुनाव में जनता सबक सिखाएगी। मोदी जी की जाति पर सवाल उठाना, मतलब पिछड़ा वर्ग का अपमान करना है। ऐसा करने वाले लोगों की करतूतों को जनता भलीभांति देख-समझ रही है।
पिछड़ा वर्ग के नेता को दिया भारत रत्न
उन्होंने कहा कि यह मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ही है, जिन्होंने पीएमटी, पीईटी, निट जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में पहली बार ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण को लागू किया। मोदी जी की सरकार ने पहली बार पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक अधिकार दिए। पिछड़े वर्ग के नेता व बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि ठाकुर नाई (सेन) समाज के नेता थे, जिन्होंने आजीवन समाजवाद और सुचिता की राजनीति की।
मोदी सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग के छात्रों को
उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए श्रेयस और यशस्वी योजना से छात्रवृति प्रदान किया
जा रहा है। जिसे छत्तीसगढ़ में भूपेश साकार ने लागू ही नही किया, जिससे
ओबीसी समाज के छात्रों को भारी नुकसान हुआ है
।
मियाँ मिट्ठू' कुंठित मानसिकता से ग्रसित
सांसद साहू ने कहा कि उन्होंने देश के सामाजिक
न्याय एवं अधिकारिता मंत्री को पत्र लिखा है। जिसमें छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री
यशस्वी एवं श्रेयस योजना को लागू करने तथा आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के
छात्रवृति के लिए पात्रता की शर्तें को संशोधित करने की मांग की गई है। उन्होंने
बताया कि भारत सरकार द्वारा ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री
यशस्वी एवं श्रेयस योजना को सन 2021 से प्रभावशील बनाया गया है। जिसका लाभ
छत्तीसगढ़ राज्य के ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के विद्यार्थियों को वर्तमान में नहीं मिल रहा है।
इसी तरह ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के विद्यार्थियों
के लिए छात्रवृति के लिए पात्रता की शर्तें (अभिभावकों के अधिकतम वार्षिक आय) तथा
छात्रवृति का दर संशोधित नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री के सपनों को साकार करने दोनों
महत्वाकांक्षी योजनाओं को छत्तीसगढ़ में लागू करने आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह
किया गया है। उन्होंने
कांग्रेस को ओबीसी विरोधी और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को कुंठित मानसिकता से
ग्रसित होकर अनर्गल प्रलाप करने वाला 'मियाँ मिट्ठू' बताया।