Cash for Query Case : कैश फॉर क्वेरी' मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित किया गया है. इसके बाद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले बिजनेसमैन को नहीं बुलाया गया. कमेटी ने ठीक से जांच नहीं की. बता दें कि महुआ की सांसदी जाने के बाद विपक्षी सांसद गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं.
वहीं, सांसदी जाने के बाद टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा सदन से बाहर निकलीं. वह बेहद गुस्से में दिखाई दे रही थीं. इस बीच उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि आज मुझे निकाला गया है. कल मेरे घर सीबीआई आएगी. हालांकि अडानी का कुछ नहीं होगा. मैंने अडानी का मुद्दा उठाया. उनके 30 हजार करोड़ के घोटाले पर चुप्पी क्यों है? साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जांच में कोई कैश नहीं मिला है. कमेटी ने कंगारू कोर्ट की तरह काम किया है.
महिलाओं और मुस्लिमों से नफरत करती है बीजेपी सरकार- महुआ मोइत्रा
उन्होंने कहा कि कमेटी ने सारे नियम तोड़ दिए हैं. उसने विस्तृत रूप से इसकी जांच नहीं की है. संसद में नियमों की अनदेखी देखी हुई है. यह आपके अंत की शुरुआत है. महुआ ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह महिलाओं और मुस्लिमों से नफरत करती है. उन्होंने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के मामले पर कहा कि उन्होंने मुस्लिमों को अपशब्द कहे हैं. लोकसभा की कार्यवाही 11 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है.