Sharadiya Navratri 2023 : नवरात्रि रविवार से शुरू हो गए। नौ दिन तक देवी मां की उपासना होगी। पहले दिन मां शैलपुत्री की उपासना की जाती है। सुबह से ही देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी। जगह-जगह पंडाल सजाए गए हैं। देवी मां के भजन गूंज रहे हैं। दुर्गा पूजा और नवरात्रि में दूर दराज से यहां भक्त आते हैं और मां की आराधना करते हैं. भक्तों की मां दुर्गा के प्रति आस्था यहां देखते ही बनती है.
नवरात्रि के पहले दिन माता पार्वती के अवतार शैलपुत्री की अराधना की जाती है. हिमालय पुत्री होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा जाता हैं.
मां शैलपुत्री एक हाथ में त्रिशूल धारण करती हैं और दूसरे हाथ में कमल का फूल. माता को सफेद वस्तु बेहद प्रिय है इसीलिए इन्हें सफेद वस्त्र, फूल अर्पित किया जाता है. इन दिन मां को सफेद बर्फी का भोग लगाया जाता है.
मान्यता है कि माता की पूजा करने से जीवन में स्थिरता आती है. मां शैलपुत्री की कृपा से पारिवारिक स्थिति, दांपत्य जीवन, पारिवारिक क्लेश और बीमारियां दूर होती हैं. प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा के लिए ॐ शैलपुत्रये नमः मंत्र का जाप करें.