रायपुर । प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा के द्वारा लगाये गये आरोप को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि भाजपा के पास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरा के आगे कोई चेहरा नहीं है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के आगे कोई मुद्दा नहीं है। भूपेश सरकार में प्रदेश के हर वर्ग खुशहाल हुआ है। भाजपा राजनैतिक हताशा में जो आरोप लगा रहे है उसका कोई प्रमाण नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के आरोप पत्र से ही भूपेश बघेल की सफलता साफ नजर आ रही है जिस छत्तीसगढ़ की संस्कृति भाषा और तीज त्योहार को भाजपा ने 15 साल तक दबाकर रखा था। अपने आरोप पत्र में भाजपा छत्तीसगढ़ी भाषा का उपयोग करने को मजबूर हुई है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति का यही सम्मान तो भूपेश बघेल चाहते है। जिन अमित शाह के ऊपर 1.45 लाख आरोप देश भर से केन्द्र सरकार पास पहुंचे है वे किस नैतिकता से कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर रहे है? भाजपा का आरोप पत्र में जो कार्टून बनाया है उसी से साबित हो रहा है कि इसी झूठे आरोप पत्र को बनाने के लिये भाजपा छत्तीसगढ़ में ईडी को गली मुहल्लों में घुमवा रही है। ईडी आईटी को लगाकर प्रदेश के 200 से अधिक झूठी कार्यवाहियां करवाने के बावजूद भाजपा कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक भी प्रमाणिक आरोप लगाने की स्थिति में नहीं है ईडी के माध्यम से पटकथा जरूर तैयार कराया लेकिन वह भी सतही और काल्पनिक साबित हुई है।
हाल ही में प्रधानमंत्री ने जिस अजीत पवार को 70 हजार करोड़ के सिंचाई घोटाले सहकारी घोटाले का प्रमुख आरोपी बनाया भाजपा के सहयोगी बनते ही ईडी ने चार्ज शीट से नाम हटा दिया।
अडानी के सेल कंपनी में लगे 20 लाख करोड़ रू. किसका है इसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है। भाजपा का आरोप पत्र झूठ का पुलिंदा है यह आरोप पत्र भूपेश सरकार के खिलाफ नहीं छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता के खिलाफ लाया गया आरोप है। यह छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की भाजपा की साजिश है। इस आरोप पत्र से साबित हो गया कि भाजपा कांग्रेस सरकार का विरोध करते-करते छत्तीसगढ़ की विरोध करने लगी है।
यह आरोप पत्र छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश है। छत्तीसगढ़ के तीज, त्योहार संस्कृति को सवंर्धित करने के प्रयासो पर आघात करने का प्रयास है। भाजपा का आरोप पत्र उसके 15 साल के सरकार के भ्रष्टाचार की यादे प्रतीत हो रहा कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा आरोप नहीं है तो अपने भ्रष्टाचारों की स्वीकारोक्ति को आरोप पत्र के रूप में प्रस्तुत किये है। भाजपा का आरोप पत्र छत्तीसगढ़ के उन 24 लाख किसानों के खिलाफ आरोप है जिन्होंने अपना 107 लाख मीट्रिक टन धान 2640 रू. प्रति क्विंटल में बेचा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि यह आरोप पत्र राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से 9000 एवं 10000 रू. इनपुट सब्सिडी प्राप्त करने वाले किसानों के खिलाफ है। यह आरोप पत्र राज्य के उन 20 लाख किसानों के खिलाफ है जिनका 10 हजार करोड़ का कर्जा माफ हुआ है। यह आरोप पत्र उन 44 लाख बिजली उपभोक्ताओं के खिलाफ है जिनका 4000 करोड़ का बिजली बिल भूपेश सरकार ने माफ किया है। यह आरोप पत्र राज्य के उन तेंदूपत्ता श्रमिको के खिलाफ है जिन्हें 2500 के बदले 4000 रू. प्रति मानक बोरा मानदेय मिल रहा है। यह आरोप पत्र राज्य के उन वनोपज संग्राहको के खिलाफ है जो 7 की जगह 65 लघु वनोपज बेच रहे है। यह आरोप पत्र राज्य के नक्सल मोर्चे पर तैनात उन जवानो के खिलाफ है जो राज्य में शांति की बहाली के लिये दिन रात लगे है जिनके अथक प्रयास से छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद 80 प्रतिशत कम हुआ। यह आरोप पत्र राजीव ग्रामीण कृषि मजदूरों के खिलाफ है जिन्हें 7000 रू. मानदेय मिल रहा।
यह आरोप पत्र राज्य के उन युवाओं के खिलाफ है जिनके सपने भूपेश राज में साकार हो रहे है। यह आरोप पत्र उन आदिवासी किसानों के खिलाफ भी है जिनकी 4000 एकड़ जमीनें भूपेश सरकार ने वापस किया। यह आरोप पत्र उन गोबर विक्रेताओ, स्व सहायता समूह की बहनों के खिलाफ है जो गोबर बेचकर वर्मी कम्पोस्ट बेच कर अपना जीविकोपार्जन कर रही है। यह आरोप पत्र गोठानों गांव वासियो को बदनाम करने की साजिश। यह आरोप पत्र माता कौशल्या और भगवान श्री राम के खिलाफ है भूपेश सरकार ने माता कौशल्या के मंदिर का जीर्णोध्दार किया है। भगवान राम के वन गमन पथ को बनाया है 15 सालों तक भगवान राम माता कौशल्या को भूलने वाली भाजपा को यह बर्दास्त नहीं हो रहा है। यह आरोप पत्र उन स्वामी आत्मानंद स्कूल के गरीब अभिभावको के खिलाफ है जिनके बच्चे मुफ्त में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। कुल मिलाकर यह आरोप पत्र छत्तीसगढ़ की स्वाभिमानी जनता के खिलाफ है।