मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आज भाजपा के तीन विधायकों को मंत्रियों के रूप में शामिल करके अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। मंत्रिमंडल में शामिल नये चेहरों पर गौर करें तो जहां रूठों को मनाने का प्रयास किया गया है वहीं प्रदेश के राजनीतिक और जातिगत समीकरणों को भी साधने का प्रयास किया गया है।
देखना होगा कि भाजपा की इस कवायद का दो महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी को कितना लाभ मिल पाता है। हम आपको बता दें कि आज के विस्तार के साथ ही चौहान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में अब 34 सदस्य हो गए हैं। राज्य के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सुबह करीब नौ बजे यहां राजभवन में तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई।
जानिए शपथ लेने वाले मंत्रियों के बारे में…
राजेंद्र शुक्ला- राजेंद्र शुक्ला रीवा विधानसभा सीट से 4 बार के विधायक हैं। वे मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। राजेंद्र शुक्ला विंध्य में बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं। वे 2003 में पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद उनकी लगातार जीत हुई। 2018 के चुनाव में बीजेपी को विंध्य में बड़ी कामयाबी मिली थी। बीजेपी ने रीवा जिले की सभी 8 सीटों पर कब्जा जमाया था।
गौरीशंकर बिसेन- गौरीशंकर बिसेन बालाघाट विधानसभा सीट से 7वीं बार के विधायक हैं। वे स्टूडेंट लाइफ में राजनीति में एक्टिव रहे। 1985, 1990, 1993 और 2003 में जीत हासिल करके विधानसभा पहुंचे। 2008 में वे मध्यप्रदेश की 13वीं विधानसभा के सदस्य बने। बिसेन, सरकार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और सहकारिता मंत्री रह चुके हैं। उन्हें विधानसभा की कई समितियों का सदस्य और सभापति भी चुना जा चुका है। गौरीशंकर बिसेन 1998 और 2004 में लोकसभा का चुनाव भी जीत चुके हैं। 25 दिसंबर 2000 से बिसेन बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे अल्पसंख्यक मोर्चा और सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी भी रहे हैं। बिसेन 3 बार मध्यप्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष रहे।
राहुल सिंह लोधी- राहुल सिंह लोधी टीकमगढ़ की खरगापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं। राहुल लोधी को मंत्री पद देकर बीजेपी उमा भारती और उनके समर्थकों को साध सकती है। लोधी वोटर्स बीजेपी के पाले में आ सकते हैं।