नई दिल्ली: मणिपुर का दौरा करने वाले 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ INDIA गठबंधन के फ्लोर लीडर्स ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और इस मामले में राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की। इस दौरान राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी सौंपा।
विपक्षी गठबंधन INDIA द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है, "हम बिना किसी देरी के राज्य में शांति और सद्भाव स्थापित करने के लिए आपसे तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं। प्रभावित समुदायों को न्याय प्रदान करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों को अपना कर्तव्य पूरा करना चाहिए। हम आपसे निवेदन करते हैं कि आप प्रधानमंत्री पर मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर संसद को तत्काल संबोधित करने के लिए दबाव डालें, जिसके बाद इस मामले पर एक विस्तृत और व्यापक चर्चा हो।"
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “आज INDIA गठबंधन के 31 सदस्य राष्ट्रपति महोदया से मिले। INDIA गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर में जो देखा, उसे राष्ट्रपति महोदया के सामने रखा। हमने उन्हें बताया कि राहत शिविरों में लोगों को समय पर राशन और दवा भी नहीं मिल पा रही है। मणिपुर को लेकर हमने राष्ट्रपति महोदया को एक मेमोरेंडम भी सौंपा है। उन्होंने हमें मेमोरेंडम के बारे में सोचने का आश्वासन दिया है।”
खरगे ने माइक बंद करने का लगाया आरोप
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति जी से हम मिले और जो घटना मणिपुर में घट रही है उस पर बातचीत हुई. INDIA के तमाम सांसदों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और मणिपुर को लेकर उन्हें जानकारी दी. इस दौरान खरगे ने फिर दोहराया कि उन्हें संसद में बोलने से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरे माइक को बंद कर दिया जाता है. मुझे नहीं पता मैं जब उठता हूं दो सेकेंड मे ही मेरा माइक बंद कर देते हैं.
‘सरकार नहीं चाहती मणिपुर पर चर्चा’
खरगे ने आगे कहा, चेयरमैन ने आश्वासन दिया कि जितना महत्व रूलिंग पार्टी को देते हैं उतना ही विपक्ष को भी देते हैं, लेकिन पता नहीं क्यों मुझे बोलने नहीं दिया जाता है. मेरा माइक बंद कर दिया जाता है. सरकार नहीं चाहती है कि मणिपुर पर चर्चा हो. खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर जाना चाहिए था.
हरियाणा के नूंह समेत अलग-अलग जगह हुई हिंसा को लेकर भी मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हरियाणा में जो दंगे हो रहे हैं वो प्रधानमंत्री के दफ्तर से सौ किमी भी दूर नहीं है. प्रधानमंत्री तो दिल्ली का ही संज्ञान नहीं लेते हैं.