G20 Digital Economy Ministers Meeting : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 डिजिटल इकोनॉमी मंत्रियों की बैठक को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए कहा जन धन, आधार और मोबाइल फोन ने वित्तीय लेन-देन में क्रांति ला दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हम कृत्रिम मेघा आधारित अनुवाद मंच भाषिणी तैयार कर रहे हैं, यह भारत की विविध भाषाओं के डिजिटल समावेश को सहयोग देगा। भारत का डिजिटल सार्वजनिक आधारभूत ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए सुरक्षित और समावेशी समाधान पेश करता है।
जी20 मंत्रिस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत दर्जनों भाषाओं वाला एक विविधतापूर्ण देश है। यहां दुनिया के सभी धर्म पाए जाते हैं और असंख्य सांस्कृतिक प्रथाओं का पालन होता है। प्राचीन परंपराओं से लेकर आधुनिक तकनीक तक भारत में सभी के लिए कुछ न कुछ है। इतनी विविधताएं होने के कारण भारत समाधान के लिए एक आदर्श परीक्षण प्रयोगशाला है।
मंत्रिस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत दुनिया के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए तैयार है। भारत में सफल हुए किसी भी समाधान को दुनिया में कहीं भी आसानी से लागू किया जा सकता है। जैसे-जैसे डिजिटल अर्थव्यवस्था बढ़ेगी इसके सामने सुरक्षा संबंधी खतरे आएंगे, चुनौतियां आएंगी। सुरक्षित डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए सर्वसम्मति बनाए जाने की जरूरत।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा जी20 में हमारे पास समावेशी, समृद्ध और सुरक्षित वैश्विक डिजिटल भविष्य की नींव रखने का एक अनूठा अवसर है। कोई पीछे नहीं छूटे यह सुनिश्चित करने के लिए हमने ऑनलाइन एकीकृत डिजिटल बुनियादी ढांचा ‘इंडिया स्टैक्स’ बनाया है।
जी20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक में अपने आभासी संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा 45% से अधिक वैश्विक वास्तविक समय भुगतान भारत में होते हैं। CoWIN पोर्टल ने भारत के टीकाकरण अभियान का समर्थन किया...हम 'भाषिनी'एक एआई-संचालित भाषा अनुवाद मंच बना रहे हैं। यह भारत में सभी विविध भाषाओं में डिजिटल समावेशन का समर्थन करेगा। आज भारत में 850 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं जो दुनिया में सबसे सस्ती डेटा लागत का आनंद ले रहे हैं। हमने शासन को और अधिक कुशल, समावेशी, तेज़ और पारदर्शी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।