महासमुन्द। राष्ट्रीय राज मार्ग 353 बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग पर सुगम एवम सुरक्षित यातायात के लिए आर ओ बी
(सड़क के ऊपर पुल ) का निर्माण होने जा रहा है। एन एच ए आई द्वारा इसको शीघ्र प्रारंभ किया जाने वाला है। इस निर्माण में आर ओ बी के दायरे में आने वाले 122 वृक्षों को काटने के लिए चिन्हित किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग द्वारा डिमांड नोट भी जारी कर दिया गया है । एन एच ए आई द्वारा भुगतान किए जाने के पश्चात हरे भरे वृक्षों को काट दिया जाएगा । इससे पर्यावरण की बड़ी क्षति होगी ।
इस संबंध में ग्रीन केयर सोसायटी इंडिया के अध्यक्ष डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही ने वन मंडलाधिकारी महासमुंद ,प्रधान मुख्य वन संरक्षक को पत्र लिखकर यह मांग की है कि इन वृक्षों को न काटें। काटने की अपेक्षा बड़ी बड़ी मशीनों के द्वारा आज कल जो टेक्नोलॉजी का उपयोग हो रहा है, उसका उपयोग कर वृक्षों को जड़ मिट्टी समेत उखाड़कर अन्यत्र पुनरोर्पित किया जावे।
इस तरह से विकास कार्य भी होगा और पर्यावरण को भी क्षति नहीं पहुंचेगी । हाल ही में रायपुर ,भिलाई ,दुर्ग में बड़े वृक्षों को मशीनों से जड़ सहित उखाड़कर परिवहन कर अन्यत्र पुनर्रोपित किए गए हैं जो कि लगभग शत प्रतिशत सफल हुए हैं । दुर्ग में गौरव पथ सौंदर्यीकरण के लिए 200 से अधिक बड़े वृक्षों को उखाड़ कर ठगड़ा बांध में पुनर्रोपीत किए गए हैं जो पूर्णतः जीवित हैं। हरे भरे हो रहे हैं, जिसे मैने स्वयं देखा है ।
डॉ पाणिग्रही ने कहा कि हमारा महासमुंद जिला दो राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 53 और एन एच 353 के बीच स्थित है । पूर्व में दोनो राजमार्गों के किनारे स्थित हजारों वृक्षों को सड़क चौड़ीकरण के लिए काटे जा चुके हैं । अब जब हमारे बीच वृक्षों को उखाड़ पुनर्रोपित करने की तकनीकी आ चुकी है तो फिर अब तो इन हरे भरे वृक्षों को बक्श दें।