तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में ग्रामीणों के एक समूह ने काला जादू करने के संदेह में एक जोड़े को पेड़ से बांधकर पीटा। यह घटना 17 जून को कोलकुर गांव के एक दलित मोहल्ले में हुई थी, लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद ही इसका पता चला। पुलिस ने कहा कि यादैया और उनकी पत्नी श्यामम्मा को एक पेड़ से बांध दिया गया और कुछ स्थानीय लोगों ने पीटा। सूचना मिलने पर पुलिस गांव पहुंची और दंपति को छुड़ाया।
दंपति पर काला जादू करने का शक होने पर कुछ ग्रामीण उन्हें घसीटकर गांव के एक स्थान पर ले गए और एक पेड़ से बांध दिया। सदासिवपेट पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दंपति को कोई बड़ी चोट नहीं आई है। पुलिस ने गलत तरीके से बंधक बनाने और हत्या के प्रयास के आरोप में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दोनों पीड़ित दलित समुदाय से हैं।
पुलिस ने कहा कि यादैया ने यह बात फैला दी थी कि जो कोई भी उसके साथ खिलवाड़ करेगा, वह मर जाएगा और जब भी उसके साथ अच्छे संबंध नहीं रखने वाले किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो लोगों को संदेह हो जाता है और उसे और उसकी पत्नी को दंडित करने का फैसला किया जाता है। इससे पहले भी तेलंगाना के गांवों में काला जादू करने के शक में मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
कथित तौर पर यह घटना सदाशिवपेट पुलिस थाना क्षेत्र के कोलकुरु गांव में दो दिन पहले हुई। पुलिस के अनुसार, स्थानीय लोगों ने यादैया और उसकी पत्नी श्यामम्मा पर काला जादू करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का एक समूह उनके घर में घुस गया और उन्हें घसीटते हुए गांव में एक स्थान पर ले जाया गया। बाद में उन्हें एक पेड़ से बांधकर पीटा गया।