त्रिपुरा। कुमारघाट इलाके में बुधवार को लोहे से बने एक रथ का ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया, जिससे दो बच्चों समेत कम से कम सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी। अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि वार्षिक रथ यात्रा जुलूस के वापसी यात्रा भाग 'अल्टो रथ' के अवसर पर निकाले गए रथ पर भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र की मूर्तियां थीं।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि छह घायल लोगों को अगरतला के गोविंद बल्लभ पंत मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर किया गया है। उन्होंने कहा, "नौ वर्षीय दीया घोष ने कुमारघाट से अगरतला जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।" अचानक हुए हादसे से स्थानीय लोग हैरान रह गए, जिसके बाद अग्निशमन और आपातकालीन सेवा कर्मियों ने घायलों को बचाया और अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सैकड़ों लोग इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) द्वारा निकाले गए रथ की रस्सी खींच रहे थे, जो 11,000 वोल्ट के हाई-टेंशन तार के संपर्क में आ गया, क्योंकि उचित एहतियाती कदम नहीं उठाए गए थे।
PM ने उल्टा रथ यात्रा के दौरान हुई दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा के कुमारघाट में उल्टा रथ यात्रा के दौरान हुए हादसे में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। श्री मोदी ने पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
पीएमओ के ट्वीट थ्रेड में प्रधानमंत्री ने कहा;
“कुमारघाट में उल्टा रथ यात्रा के दौरान हुई दुर्घटना दुखद है। इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना। घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है: पीएम @narendramodi”
“प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। त्रिपुरा में हुई दुर्घटना में घायल हुए लोगों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे: पीएम @narendramodi"