पटेवा (महासमुंद)। नेशनल हाईवे-53 पर पुलिस का अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रहा है। महासमुन्द एसपी ने पटेवा थाना के पूरे स्टाफ और बाद में थानेदार को भी हटा दिया। बावजूद, हाइवे को उगाही का अड्डा बनाकर मनमर्जी करने वाले वर्दीधारी, पुलिस की वर्दी दागदार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि" एक स्थानीय पुलिस अधिकारी" के निर्देशन में खुलेआम ट्रक चालकों से उगाही की जा रही है। रोज 40 हजार रुपये नगदी उस अधिकारी को खुद के लिए चाहिए, ऐसा वसूली में संलग्न सिपाही दबे जुबान कहते हैं। इससे साफ जाहिर है कि यह वसूली रैकेट की तरह काम कर रहा है। सड़क पर यातायात पुलिस पर वसूली करने का आरोप तो आम बात है। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालानी कार्यवाही की आड़ में रोज वसूली की जाती है। इसका अधिकांश आम आदमी शिकार भी होते हैं। अब लंबी दूरी की ट्रक चालकों से रोज 1000-500 रुपये वसूली करने का आरोप लग रहा है।
कई किमी तक लग गई लंबी कतार
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में आज करीब तीन घंटे तक हाइवे पर भारी वाहनों का पहिया थम गया। पटेवा क्षेत्र के छछान पहाड़ी के पास सुबह 8 से11 बजे तक जमकर हंगामा हुआ। ट्रकों की कई किलोमीटर तक लम्बी कतार लग गई। इसकी सूचना जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को हुई तो आनन फानन में मौके पर पहुंचे। अफसरों ने कथित वसूली करने वाले जवानों के विरूद्ध करवाई करने का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया ।
मंगलवार को सुबह मुंबई-कोलकाता मार्ग एनएच-53 पर छछान पहाड़ी नवागांव (पटेवा) के पास ट्रक चालकों ने हाइवे पर ट्रकों को खड़ा कर वसूली बाजी का पुरजोर विरोध किया। जिसके कारण हाइवे में फोरलेन-टू लेन में तब्दील हो गया। देखते ही देखते मार्ग अवरुद्ध होने लगा। जनाक्रोश बढ़ते गया। बताया गया है कि लगातार वाहनों की चेकिंग और अवैध वसूली से ट्रक चालाक नाराज हो गएहैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हाइवे पर ट्रक चालकों ने पुलिस के जवानों पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, पुलिस कर्मियों पर कुछ ट्रकों का कांच तोड़ने का भी गम्भीर आरोप है। इस घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव, डीएसपी (यातायात) राजेश देवांगन, पटेवा से नायाब तहसीलदार खीरसागरनाथ बघेल मौके पर पहुंचे थे। ट्रक चालकों के आक्रोश और पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा के मौके पर पहुंचकर शासन-प्रशासन के विरोध में मीडिया में बयान दिए जाने से प्रशासन अलर्ट मोड में नजर आया।
मिलीभगत से चल रहा वसूली अभियान- चोपड़ा
छत्तीसगढ़ के प्रथम निर्दलीय विधायक (2013-18) और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के नेता डॉ.विमल चोपडा ने कहा है कि विभिन्न मार्गो पर पुलिस विभाग द्वारा की जा रही वसूली निंदनीय है। आज छछान मंदिर के सामने लाइन लगाकर सैकडो ड्राइवरो ने आक्रोश व्यक्त किया। पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपडा को जानकारी प्राप्त होने पर वे भी तत्काल स्थल पर पहुचे थे। ड्राइवरो से जानकारी लेकर उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियो के समक्ष आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि शासन-प्रशासन की मिलीभगत से वसूली अभियान के कारण लाईन एवं स्थानीय वाहन चालको को आर्थिक और मानसिक परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ में हर 20-25 किलोमीटर पर सरकार का अवैध वसूली का अभियान चल रहा है। जिसके कारण कलकत्ता-मुबंई के वाहनो से प्रति दिन 4 से 5 हजार तक देना पडता है। जिसकी कोई रसीद नही मिलने से मालिक, ट्रक चालक को इसका भुगतान करने से इनकार कर देता है। डॉ. चोपडा एवं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रजीत गोल्डी के साथ वाहन चालको ने प्रशासनिक अधिकारियो से मांग रखी कि भविष्य में इस प्रकार की अवैध वसूली न हो। इसका ध्यान रखते हुए जिस सिपाही द्वारा ट्रक का कॉच फोडकर ड्राइवर को शारिरिक क्षति पहुचाई गई है ,उसे निलंबित किया जाए।