रायपुर। केन्द्र की मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने और संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे को लेकर कांग्रेस देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। इसी कड़ी में सांसद प्रमोद तिवारी रायपुर पहुंचे और यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा की है।
राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि “मैं पंंडित हूं और मैंने कुंडली दिखवा ली है कि अब यूपी में बीजेपी नहीं आने वाली, क्योंकि बीजेपी के जीतने के योग नहीं है। उन्होंने कहा कि इस साल पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम) के विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी पूरी तरह साफ हो रही है।
राष्ट्रपति स्वस्थ हैं, देश में हैं, फिर क्यों नहीं बुलाया
कांग्रेस नेता के कहा कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू स्वस्थ हैं. देश में ही हैं. वे कहीं विदेश दौर पर नहीं हैं, फिर संसद का उद्घाटन उनके हाथों क्यों नहीं हो रहा है. जिस संसद जिसका उद्घाटन होने जा रहा है, उसका मुखिया कौन है? संसद में जो संविधान बनेगा, उसका मुखिया कौन है? दोनों सदनों का समवेत संबोधन का अधिकार किसे है? संविधान में प्रथम नागरिक किसे माना जाता है? शताब्दियों में एक संसद भवन बने, उसका उद्घाटन संविधान की मुखिया करें, इस बात से 20 दल सहमत हैं.
हम चाहते हैं कि जब उद्घाटन हो, तब राष्ट्रपति रहतीं, प्रधानमंत्री रहते, उप राष्ट्रपति भी रहते. नेता विरोधी दल भी रहते. लोकसभा अध्यक्ष भी रहते. हम सब रहते सदन में. इतना बड़ा प्रयोजन हो रहा है तो सर्व दलीय बैठक बुलाकर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन यह नहीं हुआ, इसलिए हमने तय किया है कि हम न भागीदार बनेंगे, न साझीदार बनेंगे. तिवारी ने कहा कि सेंगोल कोई मुद्दा नहीं है. मुद्दा है राष्ट्रपति को न बुलाना.
तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने एक खास कैडर के अफसर और खास विचारधारा के लोगों को लाकर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया गया. संवैधानिक संस्थाओं का जबर्दस्त दुरुपयोग कर सरकारें गिराईं. मध्यप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र और मणिपुर में इन्हीं शक्तियों का दुरुपयोग हुआ. किसी पार्टी का फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन होता है, उसी तरह सीबीआई और ईडी का उपयोग हो रहा है. जहां किसी ने विरोध की आवाज उठाई, वहां कोई न कोई ट्रांजक्शन निकल जाता है और ईडी-सीबीआई पहुंच जाती है.