महासमुन्द। एक महिला जो साल्हेभांठा से सोहम हॉस्पिटल आई थी, बहुत लंबे समय से पेट दर्द की समस्या से परेशान थी। वह लगातार गैस और दर्द की दवाइयां खाकर अपने दर्द को अनदेखा कर रही थी। इसके बाद जब पेट में भारी वजन जैसे महसूस हुआ और पेट फूलने लगा तब बाद महिला का सीटी स्कैन करवाया गया। जिससे पता चला कि अंडाशय से लगा हुआ 5 किलो का ट्यूमर बन गया है।
इससे महिला की जान को खतरा था। जब मरीज को सोहम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया तब डॉक्टर युगल चंद्राकर ने बताया कि मरीज का ऑपरेशन ही एकमात्र इलाज है। यह बताकर मरीज के परिजनों को ऑपरेशन की जटिलताओं के बारे में बताया गया। ऑपरेशन के लिए सहमति लिया गया। इसके बाद मरीज का ऑपरेशन कर 5 किलो का ट्यूमर निकाला गया। यह एक बहुत ही जटिल ऑपरेशन था।
इस प्रकार के ऑपरेशन के बाद प्रत्येक दिन करीब 1 से 2 दिन मरीज को आईसीयू में रखा जाता है। मरीज की देखभाल के लिए रेगुलर ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट का रेगुलर मॉनिटरिंग किया जाना होता है। सोहम हॉस्पिटल में सभी इमरजेंसी सुविधाएं उपलब्ध है। इस वजह से बिना किसी परेशानी के सबकुछ ठीक हो गया। मरीज के परिजनों ने सोहम हॉस्पिटल के डॉक्टर और सभी स्टाफ का धन्यवाद किया।