नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में बृहस्पतिवार को एक आतंकी हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। सेना ने यह जानकारी दी। सेना ने एक बयान में कहा है कि हमले में शहीद होने वाले सैनिक राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के थे और इलाके में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए तैनात किए गए थे। थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने इस घटना के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हुई त्रासदी से दुखी हूं, जहां एक वाहन में आग लगने के बाद भारतीय सेना ने अपने बहादुर जवानों को खो दिया है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।
सेना ने कहा कि जिस वाहन में जवान यात्रा कर रहे थे, वह अज्ञात आतंकवादियों के हमले की चपेट में आ गया और संभवत: ग्रेनेड की चपेट में आने के कारण उसमें आग लग गई। सेना ने बयान में कहा, ‘‘आतंकवादियों ने भारी बारिश और कम दृश्यता का फायदा उठाते हुए अपराह्न करीब तीन बजे राजौरी सेक्टर में भीम्बर गली और पुंछ के बीच सेना के एक वाहन पर गोलीबारी की।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘आतंकवादियों द्वारा संभवत: ग्रेनेड फेंके जाने के कारण वाहन में आग लग गई।’’ बयान के मुताबिक, इस क्षेत्र में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए तैनात राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के पांच जवान हमले में शहीद हो गए। सेना ने कहा कि एक अन्य सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत राजौरी के सैन्य अस्पताल ले जाया गया।
नागरोटा में तैनात सेना की 16वीं कोर ने शहीद हुए सैनिकों की पहचान... हवलदार मंदीप सिंह, लांसनायक देबाशीश बस्वाल, लांसनायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह के रूप में बताई है। 16वीं कोर ने ट्वीट किया है, ‘‘व्हाइट नाइट कोर की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।’’ शहीद हुए पांच सैनिकों में से चार पंजाब के और एक ओडिशा का रहने वाला था। देबाशीश बस्वाल ओडिशा के अलगुम सामिल खंडायत के निवासी थे, जबकि मंदीप सिंह पंजाब के चानकोईयां काकन गांव के, हरकृष्ण सिंह तलवंडी बारथ गांव के, कुलवंत सिंह चारिक के और सेवक सिंह वाघा के रहने वाले थे। सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने वाहन पर गोलियों के निशान देखे हैं और वहां से ग्रेनेड के टुकड़े बरामद हुए हैं, जिससे इसके आतंकी हमला होने की पुष्टि हुई है।
जैश ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद का समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट ने ली है। यह आतंकी संगठन आर्टिकल-370 हटने के बाद सुर्खियों में आया था। मामले की जांच के लिए दिल्ली से एनआईए की एक टीम घटनास्थल पर पहुंचेने वाली है।