रायपुर : प्रदेश में बदले मौसम के करवट की वजह से दिन में तपिश व रात में ठंडकता आ गई है। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में हो रही हल्की बारिश व ओलावृष्टि से सब्जियों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। खेतों में मौजूद गेंहूं की फसल पर खराब होने का भय बना हुआ है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय व फैकल्टी डीन डा.जीके दास का कहना है कि बेमौसम बारिश की वजह से सब्जियों की फसल को अच्छा खासा नुकसान हो रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी कुछ दिन प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहने की संभावना है। शनिवार को भी आंशिक रूप से बादल छाने के साथ ही हल्की वर्षा के आसार है। गुरुवार रात को हुई बारिश ने रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान गिरा दिया है।
शुक्रवार को भी दिन में थोड़ी तपिश रही, लेकिन शाम होते ही मौसम ने करवट बदली और तेज हवाओं के साथ प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके चलते मौसम भी थोड़ा खुशनुमा हो गया और दोपहर की तपिश से लोगों को राहत मिली।
रायपुर का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज कियागया। अधिकतम व न्यूनतम दोनों ही सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहे। प्रदेश भर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर में 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने बताया कि एक चक्रीय चक्रवात परिसंचरण उत्तर पश्चिम राजस्थान के ऊपर 1.5 किमी तक विस्तारित है। साथ ही एक द्रोणिका तेलंगाना से मध्य उत्तर प्रदेश तक 0.9 किमी ऊंचाई तक है। इसके प्रभाव से प्रदेश में कुछ क्षेत्रों में अंधड़ चलने के साथ हल्की वर्षा के आसार है .
बारिश के साथ तेज आंधी चली
इस वजह से कई जगह रामनवमी का जश्न फीका हो गया । बारिश के साथ तेज आंधी चली। वहीं बादल भी जमकर गरज। बिजली की गर्जना से कई जगहों पर लाइट गुल रही। इस वजह से कई जगहों पर रामनवमी के कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न हो गया। कई जगह सड़कों पर पानी भर गया। इस वजह से जाम के हालात बन रहे। बाद में रास्ता बहाल हुआ।
एक सिस्टम दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर बना
राजधानी रायपुर के मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के मुताबिक, एक सिस्टम दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। यह डेढ़ किलोमीटर तक बना हुआ है। इस कारण शुक्रवार को भी प्रदेश के कई जिलों में हल्की मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें चल सकती हैं। बीते दिनों रायपुर, सरगुजा, बलरामपुर ,जशपुर ,पेंड्रा रोड, बिलासपुर ,कोरबा, जांजगीर, रायगढ़ ,मुंगेली ,कवर्धा ,बेमेतरा, बिलासपुर, सूरजपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई।