चंडीगढ़ । इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन चंडीगढ़ के किसान भवन में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। बैठक की शुरुआत करते हुए यूनियन के पूर्व अध्यक्ष एस एन सिन्हा ने कहा कि महाराष्ट्र में एक पत्रकार को माफिया द्वारा ट्रक से कुचल दिए जाने के बाद पत्रकार सुरक्षा कानून की गई। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा केबिनेट में पत्रकार सुरक्षा कानून को पास करने का भी जिक्र किया।
प्रथम सत्र में विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा अखिल भारतीय कॉंग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल थे। उन्होंने वर्तमान समय मे निष्पक्ष तथा स्वतंत्र पत्रकारिता की चुनौतियों और लोकतांत्रिक व्यवस्था में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तृत चर्चा की।
देशभर के 23 राज्यों से आये पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने राज्य के संगठनात्मक गतिविधियों तथा संघर्षो का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
प्रेस कौंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य व आईजेयू के पदाधिकारी एम ए माजिद, अमर देवलापल्ली, बलविंदर सिंह जम्मू ने देशभर से आये पत्रकारों को " सेव जर्नलिज्म" अभियान की जरूरत पर प्रकाश डाला। उन्होंने भगतसिंह की पत्रकारिता को याद करते हुए 23 मार्च को "SAVE JOURNALIM" ( सेव जर्नलिज्म) कार्यक्रम व्यापक करने का आव्हान किया। देशभर में पत्रकारिता की चुनौतियों को चेन्नई सम्मेलन में उल्लेखित करके इस तरह के आयोजन की योजना बनाई गई थी।
यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. श्रीनिवास रेड्डी ने सभी राज्यों के पत्रकार संगठनों को श्रम विभाग में पंजीकरण , वार्षिक लेखा जोखा और सदस्यों की विवरणी को निर्धारित प्रपत्र में अपडेट करने तथा आईजेयू को प्रस्तुत करने पर जोर दिया। उन्होंने वर्तमान में यूनियन की सदस्य संख्या 26000 से अधिक होने तथा सदस्य संख्या में लगातार वृद्धि होने की जानकारी दी।
बैठक में स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष पी सी रथ, उपाध्यक्ष आनंदराम पत्रकारश्री, संगठन सचिव सुधीर आज़ाद तम्बोली ने छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने संगठन की मासिक पत्रिका 'स्क्राइब न्यूज़' का हिन्दी में प्रकाशन पर जोर दिया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी का विस्तार किया गया और वरिष्ठ सदस्यों को अलग- अलग दायित्व सौंपा गया। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों से सुसज्जित एक राष्ट्रीय स्टेयरिंग कमेटी बनाई गई। जिसमें एस एन सिन्हा, आंजनेयु, एम ए माजिद, एमबेटी शामिल हैं।
समापन सत्र के विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सदस्य पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल थे। उन्होंने पत्रकारिता की चुनौतियों, लोकतंत्र में पत्रकारों की भूमिका और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने पर जोर दिया। उल्लेखनीय है कि संत बलबीर सिंह पर्यावरण प्रेमी के रूप में क्षेत्र में 'इको बाबा' के नाम से विख्यात हैं। बैठक में विभिन्न प्रस्तावों पर आम सहमति बनी । आई जे यू के संविधान में मौजूदा समय की जरूरतों के अनुसार संशोधन किया जाएगा। इसके लिए सर्वसम्मति बनी।
सम्मेलन में छत्तीसगढ़,दिल्ली, पंजाब, हरयाणा, केरल, आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, तामिलनाडु, पांडिचेरी, लद्दाख, उत्तरप्रदेश, बिहार, कर्नाटक, उत्तराखंड, झारखंड, महाराष्ट्र, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, गुजरात, इत्यादि के प्रतिनिधि शामिल थे। प्रतिनिधियों ने विधानसभा भवन का भ्रमण किया।