महासमुंद। पटवारी पर लापरवाही बरतने, मुख्यालय से नदारद रहने, बिना लेनदेन के काम नहीं करने की शिकायत तो आम बात है। हम आज एक अजब-गजब शिकायत की बात करेंगे, जिसमें पटवारी का स्थानांतरण रोकने ग्रामीण और पंचायत प्रतिनिधि लामबंद हो गए हैं।
कलेक्टर को जनदर्शन में किए गए शिकायत में नांदगांव और साराडीह के ग्रामीण और सरपंचों ने पटवारी का स्थानांतरण रोकने की मांग की है। शिकायत पत्र में बताया है कि ग्राम पंचायत साराडीह प.ह.न. 38 विकासखण्ड महासमुंद में बीते दो साल में विभाग द्वारा 3 से 4 पटवारी बदला जा चुका है। जिससे ग्रामवासी को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। वर्तमान में संतोष सोनी एक महीने पहले ही यहां पदभार ग्रहण किये हैं और फिर उनका स्थानांतरण किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान पटवारी सोनी का कार्य और व्यव्हार ग्रामवासियों से अच्छा है। ग्रामीण पटवारी के कार्य से सन्तुष्ट हैं। बावजूद, राजनीतिक कारणों से सोनी को हटाकर किसी दूसरे पटवारी को उपकृत करने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने संयुक्त हस्ताक्षरित ज्ञापन में पटवारी को स्थानांतरित नहीं करने की मांग की है। वहीं प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पटवारी ने ज्यादतीपूर्ण स्थानांतरण के विरोध में उच्च न्यायालय में याचिका दायर किया था। जिस पर न्यायालय ने स्थानांतरण पर रोक लगाते हुए गुणदोष के आधार पर विचार करने का आदेश जिला प्रशासन को दिया है।