Cheetah Project : भारत में लुप्त हुए चीतों की संख्या एक बार फिर से बढाया जा रहा है. इसी कड़ी में नामीबिया से आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए जाने के ठीक पांच महीने बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को लाया गया. दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को लेकर भारतीय वायु सेना (IAF) का C-17 ग्लोबमास्टर विमान मध्य प्रदेश के ग्वालियर एअरपोर्ट पर सुबह 10 बजे पर उतरा. अब यहां से सुबह 11 बजे तक तीन हेलीकाप्टर चीतों को लेकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचेंगे. जिसे राज्य के सीएम शिवराज सिंह के हाथों इन चीतों को उद्यान में छोड़े जायेंगे.
इससे पहले भारत में चीतों की समुचित संख्या सुनिश्चित करने में सहयोग देने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने भारत के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे. इससे पहले भारत में 8 चीते लाए जा चुके हैं. पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर चीतों को लाया गया गया था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1952 में भारत सरकार ने चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया था. 71 वर्षों बाद चीतों को भारत में लाकर संरक्षित किया जा रहा है. पीएम मोदी इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.
साउथ अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में 5 मादा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा चीतों को उनके क्वारंटाइन बाड़ों में छोड़ा जाएगा। बता दें कि इन 12 चीतों में से 5 मादा हैं। दक्षिण अफ्रीका के वन विभाग ने ट्वीट कर दिखाया कि कैसे इन चीतों को कूनो नेशनल पार्क भेजने से पहले डार्ट किया गया और उन्हें स्पेशल बॉक्स में शिफ्ट किया गया।
शुक्रवार शाम को साउथ अफ्रीका से चीतों को किया गया था रवाना
12 चीतों को भारतीय वायु सेना के गैलेक्सी ग्लोबमास्टर सी17 पर लोड किया गया था। उन्हें ड्रिप से हाइड्रेट किया गया और फिर उनकी कॉलर फिटिंग भी चेक की गई। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि चीतों को शुक्रवार शाम को गौतेंग केओआर टैंबो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से ग्वालियर के लिए रवाना किया गया।