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शिक्षक दिवस पर 'मुन्नी बदनाम', मॉडल स्कूल की हो रही ऐसी बदनामी, जानिए क्या है माजरा

महासमुन्द । हड़ताल के दौरान 'मया होगे रे....' की धुन पर कथित तौर पर शिक्षक-शिक्षिका नाचते नजर आए। यह वीडियो डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल हुआ। समाज को दिशा देने वाले शिक्षकों से मर्यादित व्यवहार की अपेक्षा सभी को रहती है। इस वाक्या को लोग अभी भूल भी नहीं पाए हैं कि शिक्षक दिवस के दिन पिथौरा के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में "मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए...." का वीडियो वायरल हो गया । इसे लेकर मॉडल स्कूल की बदनामी और शिक्षकों के गैर जिम्मेदाराना हरकत पर उंगली उठाई जा रही है।

स्कूल में बेहूदा डांस करते शिक्षक और विद्यार्थी

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शिक्षक दिवस पर स्कूल में कार्यक्रम आयोजित था। गुरु की महिमा पर उच्च स्तरीय भाषण दिया गया। इसके बाद शिक्षक दिवस मनाने के कुछ ही क्षण बाद स्कूल में जो हुआ, वह सिर नीचा कर लेने वाली हरकत है। 

वीडियो देखने के लिए Link पर क्लिक कीजिए:-

https://youtu.be/n7UvWqCkl6g

शिक्षक -शिक्षिकाएं और विद्यार्थी मुन्नी बदनाम हुई गाने पर जमकर थिरकते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो डिजिटल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। स्कूल प्रबंधन की किरकिरी होते देखकर संस्था के प्राचार्य खुद को पाक-साफ बताने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

स्कूल के बाहर लगी राहगीरों की भीड़


यह सर्वविदित है कि 5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनका जीवन सादगीपूर्ण और उच्च विचार के लिए याद किया जाता है। राष्ट्रपति बनने के बाद भी सादगी के लिए प्रसिद्ध डॉ राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस पर आदर्श रूप में देशभर में प्रस्तुत किया जाता है।

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट  स्वामी आत्मानन्द स्कूल के कुछ स्टाफ और छात्रों ने मुन्नी बदनाम में हुड़दंग कर स्कूल को बदनाम कर लिया। छात्र- छात्राओं और कुछ शिक्षकों ने न केवल बेहूदा डांस किया। वरन, इसका वीडियो बनाकर बकायदा सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। मुन्नी बदनाम हुई का वीडियो वायरल होते ही शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है।

कार्यक्रम 11 बजे समाप्त हो गया, मैं वहां नही था– प्राचार्य

स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्राचार्य एन डी प्रधान ने इस मामले  में सफाई देते हुए, अपना पल्लू झाड़ते हुए कहा कि  "पूर्वान्ह 11 बजे तक शिक्षक दिवस का कार्यक्रम सम्पन्न  हो गया था। माइक और  टेंट वालों को सामान वापस ले जाने का निर्देश देकर मैं स्कूल से चला गया था। इसके बाद स्कूल में कुछ शिक्षक और विद्यार्थी ही बचे थे। मेरे जाने के बाद क्या हुआ? मुझे नही पता। " समूचे मामले का शर्मनाक पहलू यह है कि बड़ी संख्या में राहगीर स्कूल के सामने रूककर यह बेहूदा नाच देख रहे थे। और शिक्षक-विद्यार्थी मुन्नी बदनाम पर नृत्य कर सरेआम स्कूल की बदनामी कर रहे थे।

हड़ताल के दौरान यह Video खूब वायरल हुआ



(Media24media वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। )

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