महासमुन्द। महासमुंद विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 42 व लोकसभा क्षेत्र क्रमांक 09 मुख्यालय महासमुन्द में जिला प्रशासन आखिर किसके इशारे पर काम कर रहा है। यह ज्वलंत सवाल उठाया है छतीसगढ़ नागरिक कल्याण समिति के पंकज साहू ने। पूर्व पार्षद पंकज साहू का कहना है कि जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार नियम विरुद्ध कार्य करते हुए मनमानी कर रहे हैं।
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पंकज साहू |
आखिर किसके इशारे पर ये काम कर रहे हैं? जो लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं।ये नौकरशाह जनता के कार्य के लिए हैं या माफिया लोगो के नुमाइंदे बनकर बैठे हैं? उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि महासमुंद जिला प्रशासन के मनमानीपूर्ण कारनामों को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने योग्य है। जिसका उद्दाहरण बीते कुछ महीनों से देखने में आ रहा है।
लघु वनोपज संघ चुनाव में ऐसी गड़बड़ी
लघु वनोपज संघ चुनाव में कुछ माह पूर्व नामांकन के दिन फार्म जमा करने पहुँचे अभ्यर्थियों से फार्म जमा ही नहीं करवाया गया। निर्वाचन अधिकारी की तबियत खराब होने का बहाना बनाकर चुनाव टाल दिया गया। निर्वाचन आयोग के नियम और दिशा निर्देश की धज्जियाँ उड़ाई गई। पुनः 27 अगस्त 2022 को चुनाव में मतदान के एक दिन पहले 12 मतदान करने वाले लोगों को सुनियोजित षडयंत्र करके अपात्र घोषित कर दिया जाता है, आखिर क्यों?
किस नियम के तहत ? मजे की बात तो यह है कि ये 12 लोग नौ विजयी प्रत्याशियों के प्रस्तावक व समर्थक बनाए गए हैं और तो और तीन अपात्र लोग, जो मतदान तो नही कर सकते थे, परंतु प्रत्याशी की सूची में है और उन्हें 29 मत भी प्राप्त हो जाता है? विचारणीय प्रश्न यह है कि यदि वे 12 अपात्र की श्रेणी में है तो जो 09 विजयी हुए वे भी अवैध हो जाता है।आखिर जिला प्रशासन किस नियम कानून के तहत काम कर रहा है ? जनता को जवाब देना चाहिए। छत्तीसगढ़ में माफिया राज नहीं चलेगा।
नगर पालिका चुनाव में भी ऐसी मनमानी
04 अगस्त 2022 को नगर पालिका परिषद महासमुंद में नपाध्यक्ष का उपचुनाव हुआ। निर्धारित समय में पीठासीन अधिकारी (अनुविभागीय अधिकारी राजस्व महासमुंद) जिसे सिर्फ निर्वाचन के कार्य संपादित करने के लिए अधिकृत किया गया था, वे निर्धारित समय सारणी में एक घण्टे नामांकन पत्र जमा करने में अपनी मर्जी से समय बढ़ा देते हैं। और पूरी निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित कर दबंगई करते हुए अनुचित लाभ सत्ता पक्ष को पहुचाने का कृत्य करते हैं। इस प्रकार दोनों ही चुनाव में जिला प्रशासन की भूमिका संदेहास्पद है। उन्होंने सूत्रों के हवाले से आशंका जताई है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भी धांधली की गुप्त योजना बनाई जा रही है।
इसलिए क्षेत्र के नागरिकगण सतर्क रहें और मतदान के पूर्व मतदाता सूची में अपने नाम को सुरक्षित रखने जागरुक अवश्य रहें। उन्होंने 2023 के चुनाव में ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देने तैयार रहने की अपील की है। जनता जनार्दन होती है, इसे साबित करने का आग्रह किया है। माफिया राज चलाने वालों को सबक सिखाने और सत्ता से उखाड़ फेंकने कमर कसने की जरूरत बताई है। क्षेत्र में लोकतंत्र की रक्षा और पर्यावरण के खनिज संपदा की लूट के साथ ही सामाजिक सौहार्द्र को क्षति होने से बचाने प्रबुद्ध जनता से जागरूक रहने की अपील की है।