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महाशिवरात्रि के दिन से देशभर में बढ़े दूध के दाम, जानिए कितने रु हुआ महंगा

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कोरोना काल से हर वर्ग के लोग प्रभावित हुए हैं, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों पर पड़ा है। इसी बीच अमूल ब्रांड के तहत बिकने वाला ताजा दूध आज से देशभर में दो रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। ये बढ़ोत्तरी महाशिवरात्रि के दिन से हुई, जिस दिन श्रद्धालु शिवलिंग का दूध से अभिषेक करते हैं। अमूल ब्रांड का संचालन करने वाले गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) ने सोमवार को एक बयान में इसकी घोषणा की थी। उसने कहा कि बिजली, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक और पशु-चारे की लागत बढ़ने से कीमत बढ़ाने का ये फैसला लिया गया है। इस बढ़ोतरी के बाद अमूल गोल्ड की कीमत 60 रुपये प्रति लीटर, अमूल ताजा की कीमत 48 रुपये प्रति लीटर और अमूल शक्ति का दाम 56 रुपये प्रति लीटर हो गया है। 

इधर, डेयरी फर्म पराग मिल्क फूड्स लिमिटेड ने भी दूध के दाम बढ़ा दिए हैं। कंपनी ने कहा कि उसने आज से गोवर्धन ब्रांड के गाय के दूध की कीमत में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। पराग मिल्क ने एक बयान में कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी के साथ गोवर्धन गोल्ड दूध की कीमत अब 48 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 50 रुपये हो जाएगी। गोवर्धन फ्रेश, जो टोंड दूध है, जिसकी कीमत अब 46 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 48 रुपये होगी।

8 महीने में लगातार दूसरी बार बढ़े दाम

मौजूदा वित्त वर्ष में ये दूसरी बार है, जब दूध के दाम बढ़ाए गए हैं। इससे पहले जून 2021 में दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए थे। पराग मिल्क फूड्स के अध्यक्ष देवेंद्र शाह ने कहा कि बिजली, पैकेजिंग, रसद और पशु चारा की लागत में बढ़ोत्तरी के कारण दाम बढ़ाए गए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पराग मिल्क फूड्स के अलावा देश की कई अन्य कंपनियां भी दाम बढ़ा सकती है। मदर डेयरी भी जल्द दाम बढ़ाने का ऐलान कर सकती है।

अर्थव्यवस्था में दूध का बड़ा योगदान

देश की अर्थव्यवस्था में 4 फीसदी हिस्सेदारी के साथ डेयरी क्षेत्र सबसे बड़ा इकलौता कृषि कॉमोडिटी है। 2019-20 में लगभग 188 मिलियन मीट्रिक टन उत्पादन के साथ भारत विश्व स्तर पर दूध का सबसे बड़ा उत्पादक है। भारतीय दूध उत्पादन 2025 तक 270 मिलियन मीट्रिक टन तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत डेयरी उत्पादों के निर्यात के मामले में वर्ष 2020-21 के दौरान 54,762.31 मीट्रिक टन था। रुपये के हिसाब 1,491.66 करोड़ यानी 201.37 मिलियन डॉलर का कारोबार हुआ।

प्रमुख रूप से डेयरी उत्पादों का निर्यात 

साल 2020-21 में जिन देशों को प्रमुख रूप से डेयरी उत्पादों का निर्यात किया गया, उनमें से यूएई, बांग्लादेश और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देश थे। UP में मवेशियों की जीवनशैली के पैटर्न में कई बदलाव किए गए हैं। स्वास्थ्य प्रति जागरूकता भारत में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए सबसे अहम है। इसके अलावा, सरकारी पहलों और कार्यक्रमों ने भी इस क्षेत्र में मदद कर इस उद्योग को और विस्तार दिया है।

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