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सावधान: देश में तेजी से फैल रहा ओमिक्रोन, 14 नए मरीज मिलने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या हुई 88

दुनिया के कई देशों के साथ ही भारत में भी ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में नए वैरिएंट से संक्रमित 14 मरीजों की पहचान हुई है, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 88 हो गई है। गुरुवार को कर्नाटक में 5, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और तेलंगाना में 4-4 और गुजरात में एक मरीज की पुष्टि हुई है। आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र ओमिक्रॉन का हॉट स्पॉट बनता जा रहा है। देश में सबसे ज्यादा 32 मरीज महाराष्ट्र के हैं। इनमें से 25 संक्रमण से उबर चुके हैं। वहीं ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच गुरुवार को केंद्रीय गृह सचिव ने समीक्षा बैठक की।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रोन के 10 मामले सामने आए हैं और उनमें से किसी की हालत गंभीर नहीं है। उन्होंने बताया कि शक के आधार पर 40 लोगों को लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 38 कोरोना से संक्रमित हैं। जैन ने मंगलवार को कहा था कि ओमिक्रोन के मामले अभी सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले हैं और स्थिति अभी नियंत्रण में है। ओमिक्रोन के सभी मरीजों की हालत भी स्थिर है। 

वहीं कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधाकर के ने कहा कि राज्य में ओमिक्रोन के पांच मामलों की पुष्टि हुई है। सभी पांच मरीजों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई है। राज्य में अब तक 8 लोग ओमिक्रोन से संक्रमित हुए हैं। तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में 4 लोगों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन केन्या के हैं और एक भारतीय मूल के हैं।  

इधर, गुजरात में मेहसाणा जिले की विजयपुर तहसील के एक गांव की 41 साल की महिला स्वास्थ्य कर्मी कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाई गईं। मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुभाई पटेल ने कहा कि 'महिला मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) के तौर पर सेवारत हैं। उसका विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है, लेकिन वह हाल में जिम्बाब्वे से लौटे अपने एक रिश्तेदार के संपर्क में आई थी।' उन्होंने बताया कि उसका मेहसाणा के वडनगर शहर के एक सरकारी अस्पताल में बनाए गए अगल वार्ड में इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है।

देश में ओमिक्रोन वैरिएंट के कुल केस 

  • महाराष्ट्र- 32 
  • राजस्थान- 17
  • दिल्ली-10
  • कर्नाटक- 8 
  • तेलंगाना- 7
  • केरल- 5 
  • गुजरात- 5
  • पश्चिम बंगाल-1
  • आंध्र प्रदेश 1
  • चंडीगढ़-1

केंद्रीय गृह सचिव ने की समीक्षा बैठक

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रोन के मामले सामने आने की खबरों के बीच देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोविड​​​​-19 स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्र शासित प्रदेशों की स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की भी समीक्षा की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बैठक में भाग लिया, जिसमें केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। 

बहुत ज्यादा तेजी से फैलता है ओमिक्रोन

प्रवक्ता ने कहा कि 'केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह सचिव ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता की। कोविड-19 से निपटने के लिए सभी केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य ढांचे की तैयारी की भी समीक्षा की गई।' बता दें कि ओमिक्रोन का सबसे पहले मामला दक्षिण अफ्रीका में आया था। इसके बाद से अब तक यह वैरिएंट करीब 80 देशों में पहुंच चुका है। ओमिक्रोन वैरिएंट अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस के मुकाबले तेजी से फैलता है।

बहुत खतरनाक है ओमिक्रोन वैरिएंट 

कोरोना के नए ओमिक्रोन वैरिएंट को बहुत खतरनाक माना जा रहा है और ये तेजी से दुनिया के ज्यादातर देशों में फैलता जा रहा है। हालांकि इस वेरिएंट को लेकर हर देश में सजगता बरती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक ने आगाह किया है कि वैरिएंट को 'हल्का' कहकर खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये तेजी से फैल रहा है। कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट से उत्पन्न चिंताओं के बीच WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने गुरुवार को कहा कि ओमिक्रोन किसी भी अन्य पिछले वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है और इसे हल्का कहकर खारिज नहीं करना चाहिए।

WHO ने किया आगह

WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम ने कहा कि ओमिक्रोन को हल्का मानकर खारिज नहीं किया जाना चाहिए। ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित लोगों की क्लिनिकल पिक्चर को पूरी तरह से समझने के लिए अधिक जानकारी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों की क्लिनिकल पिक्चर को पूरी तरह से समझने के लिए और जानकारी की जरूरत है और WHO कोरोना क्लिनिकल डेटा प्लेटफॉर्म के माध्यम से अस्पताल में भर्ती रोगी डेटा के संग्रह और साझा करने में योगदान करने के लिए देशों को प्रोत्साहित कर रहा है। हमें ओमिक्रोन को हल्के के रूप में खारिज नहीं करना चाहिए। यहां तक ​​कि अगर ओमिक्रोन कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है तो मामलों की भारी संख्या एक बार फिर स्वास्थ्य प्रणालियों को प्रभावित कर सकती है।

कोरोना को लेकर पाबंदिया बढ़ी

ओमिक्रोन से संक्रमित लोग अब तक 11 राज्यों में मिल चुके हैं। वहीं महाराष्ट्र हेल्थ डिपार्टमेंट ने जनवरी में ओमिक्रोन के केस बढ़ने की आशंका जताई है, जिसके बाद ये डर बढ़ता जा रहा है कि महाराष्ट्र में जनवरी में ओमिक्रोन की नई लहर आ सकती है। लिहाजा मुंबई में कोरोना को लेकर पाबंदिया बढ़ा दी गई हैं।

न्यू ईयर और क्रिसमस को लेकर अलर्ट

मुंबई में न्यू ईयर और क्रिसमस को देखते हुए 16 से 31 दिसंबर तक धारा-144 लगा दी गई है। किसी भी तरह के बड़े कार्यक्रम में 50 फीसदी क्षमता के मुताबिक ही लोगों को आने की इजाजत दी गई है। इसी तरह राजधानी दिल्ली में भी नए साल और क्रिसमस के कारण मामले बढ़ने की आशंका के बीच 31 दिसंबर तक पाबंदियां लगाई गई हैं। बार और रेस्टोरेंट में 50 फीसदी लोगों को ही बैठने की अनुमति दी गई है।

बूस्टर डोज देने पर चर्चा

मतलब ओमीक्रॉन को लेकर कई राज्य अलर्ट मोड में आ गए हैं। केंद्र सरकार ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने सभी राज्यों को ऑक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल करने की सलाह दी है, ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि वो पूरी तरह से चालू हैं या नहीं। केंद्र सरकार साल के अंत तक कोरोना वैक्सीनेशन प्लान का रिव्यू भी करेगी, जिसमें बच्चों को वैक्सीन लगाने और बड़ों को बूस्टर डोज देने पर चर्चा की जाएगी। वहीं नए वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद सतर्कता और बढ़ा दी गई है।

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