मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर मंत्रिपरिषद ने कोंडागांव जिले के मां दंतेश्वरी मक्का प्रसंस्करण और विपणन सहकारी समिति मर्यादित को इथेनॉल संयंत्र की स्थापना और उत्पादन की मंजूरी दे दी है। मक्का आधारित 80 KLPD क्षमता के इस संयत्र का निर्माण कुल 135.98 करोड़ लागत से किया जाएगा। इस प्लांट में हर साल 63 हजार 600 मीट्रिक टन मक्के का उपयोग इथेनॉल निर्माण में किया जाएगा। कोंडागांव में कृषकों द्वारा रबी और खरीफ दोनों ही मौसमों में कुल 2 लाख 59 हजार 750 मीट्रिक टन मक्के का उत्पादन किया जाता है, जिसमें रबी सीजन में एक लाख 43 हजार 709 मीट्रिक टन और खरीफ सीजन में एक लाख 16 हजार 041 मीट्रिक टन मक्के का उत्पादन किया जाता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषकों की मांग और कोंडागांव जिले में मक्के के क्षेत्राच्छादन और उत्पादन को ध्यान में रखते हुए 02 जनवरी 2019 को कोंडागांव दौरे के दौरान जिले में मक्का प्रसंस्करण यूनिट स्थापना की घोषणा की थी, जिसका भूमिपूजन और शिलान्यास सांसद राहुल गांधी द्वारा बस्तर प्रवास के दौरान 16 फरवरी 2019 को किया गया था। इस प्लांट की स्थापना से क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि का आधार मजबूत होगा और मक्का उत्पादक किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्के का क्रय कर नियमित समय में भुगतान भी सुनिश्चित किया जाएगा। इससे क्षेत्र के 124 ग्रामीणों को प्रत्यक्ष रोजगार के साथ-साथ 65 हजार कृषकों और आस-पास के ग्रामीणों को अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
इथेनॉल ब्लैंडेड पेट्रोल कार्यक्रम
गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा इथेनॉल ब्लैंडेड पेट्रोल कार्यक्रम के तहत पहली बार मक्के से इथेनॉल निर्माण को सम्मिलित करते हुए ब्याज अनुदान की पात्रता सूची में इसे सम्मिलित किया गया है और केंद्र सरकार द्वारा मक्का आधारित इथेनॉल की दर 51.55 रुपये प्रतिलीटर घोषित की गई है। इथेनॉल के उत्पादन से इसका विक्रय सीधे तौर पर पेट्रोलियम विक्रय करने वाली कंपनियों को सीधे पेट्रोल के साथ प्रयोग के लिए इथेनॉल भेजा जाएगा। इसके लिए कंपनियों द्वारा स्वयं यातायात खर्च वहन किए जाने से यातायात खर्च भी बचेगा और कंपनियों द्वारा 21 दिनों में उत्पाद के भुगतान से किसानों को अपनी मेहनत का फल जल्द प्राप्त होगा। कंपनी द्वारा भी पांच सालों में 87 करोड़ से ज्यादा का लाभ अर्जित किया जाएगा।