देश में सड़क दुर्घटना (Road accident increased in india) लगातार बढ़ता ही जा रहा है। रोजाना देश के अलग-अलग हिस्सों से सड़क हादसे की खबर सामने आती रहती है। ताजा मामला कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले का है, जहां एक जीप और ट्रक में जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि दो लोगों ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर है। जीप और ट्रक की टक्कर आमने-सामने से हुई। पुलिस के मुताबिक ये हादसा जीप ड्राइवर की लापरवाही और नियंत्रण खोने की वजह से हुआ है।
चिक्कबल्लापुर पुलिस ने बताया कि जीप में कथित तौर पर 15 लोग सवार थे। जीप श्रीनिवासपुरा तालुक के रायलपाडु से चिंतामणि तालुक की ओर जा रही थी, तभी यह हादसा हो गया। टक्कर में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और 6 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक जीप में दो बच्चे भी सवार थे। सभी पीड़ित चिक्कबल्लापुर जिले के ग्रामीण इलाकों से थे। ट्रक से टक्कर की वजह से जीप हवा में उछल गई और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। फिलहाल सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
Karnataka | Eight persons were killed in a road accident after a jeep hit a lorry coming from the opposite direction near Maranayakanahalli, Chintamani area, yesterday: Chikkaballapur Police
— ANI (@ANI) September 13, 2021
एक स्थानीय ने बताया कि गांवों में बस सुविधाओं की कमी की वजह से जीप बड़ी संख्या में यात्रियों को सुरक्षा मानदंडों की अनदेखी करते हुए ले जाती है और RTO कभी-कभार ही ओवरलोडिंग पर कार्रवाई करता है। विधायक एम कृष्णा रेड्डी घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने इस घटना के लिए RTO अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 'चश्मदीदों के मुताबिक जीप में 15 लोग सवार थे। कोई भी RTO अधिकारी उपलब्ध नहीं था। मैंने पुलिस को मामले की जांच करने का आदेश दिया है। जीप को 15 यात्रियों को ले जाने की इजाजत आखिर किसने और क्यों दी थी।'
15 जनवरी को भी हुआ था ऐसा ही हादसा
बता दें कि कर्नाटक में यह पहला सड़क हादसा नहीं है। इससे पहले भी प्रदेश से इस तरह की खबरें सामने आ चुकी हैं। इससे पहले इसी साल की शुरुआत में 15 जनवरी के दिन प्रदेश में भीषण सड़क हादसा हुआ था। इस दौरान 11 लोगों की मौत हो गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक धारवाड़ में इतिगट्टी के पास एक मिनीबस और टिपर के बीच टक्कर हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में गई लोगों की जान के प्रति गहरी संवेदना जताई थी और कहा था कि दुख की इस घड़ी में वह पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। साथ ही पीएम ने घायलों के शीध्र स्वास्थ्य होने की प्रार्थना की थी।
नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा सड़क हादसा
भारत में सुरक्षित यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए यातायात के नियम ( Traffic rules) बनाए हैं, जिन नियमों का पालन करना हर भारतीय का परम कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि इन्हीं यातायात के नियम की अनदेखी के कारण हुआ है।
सालाना डेढ़ लाख लोगों की मौत
बता दें कि भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।
सड़क हादसों से हर 4 मिनट में एक मौत
रिपोर्ट के मुताबिक 'सड़क हादसों में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं। भारत में दुनिया के सिर्फ एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है। देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर 4 मिनट में एक मौत होती है।'