विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2021) दुनिया भर में हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है। कैंसर के खतरों के बारे में आम लोगों को जागरूक करने और इसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस पर दुनिया भर में इस जानलेवा बीमारी को लेकर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
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इस साल भी विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाने की विशेष तैयारी की गई है। इस साल की थीम भी मैं हूं और मैं रहूंगा (I am and I will) है। ये थीम साल 2019 से 2021 तक यानी कि तीन साल के लिए रखी गई थी। इसका मतलब होता है कि हर किसी में क्षमता है कि वह कैंसर से लड़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना और रोग का जल्दी पता लगाने की जरूरत और कैंसर के उपचार पर ध्यान केंद्रित करना है। विश्व कैंसर दिवस की स्थापना अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (UICC) द्वारा की गई थी। यह एक अग्रणीय वैश्विक NGO है। इसका पहला लक्ष्य साल कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना है। अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ की स्थापना साल 1933 में हुई थी।
सेमीनार और वेबिनार का आयोजन
विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2021) पर विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कैंसर से बचाव के विभिन्न अभियान चलाए जाते है। विश्व भर में हर स्तर पर विभिन्न कैंप, लेक्चर और सेमीनार और वेबिनार का आयोजन किया जाता है। इस दौरान सामान्य जनता पर भी फोकस किया जाता है, उन्हें इस गंभीर और खतरनाक बीमारी के बारे बताया जाता है। लोगों को इस बीमारी के लक्षणों के बारे में, इससे बचने और इसके होने की वजहों से अवगत कराया जाता है।
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कैंसर 200 प्रकार का होता है, लेकिन महिलाओं में स्तन कैंसर और कोलन कैंसर के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। जबकि पुरुषों में मूंह का कैंसर और फेफड़ों के कैंसर के मामले ज्यादा होते हैं। आंकड़ों की बात की जाए तो भारत में 2011 में पांच लाख 89 हजार कैंसर पीड़ित पुरुषों के नए मामले सामने आए थे और महिलाओं की संख्या 6 लाख 3 हजार थी। महिलाओं को होने वाले तमाम तरह के कैंसर में से करीब 25 प्रतिशत महिलाओं को स्तन कैंसर होता है, लेकिन अब भारत में भी कैंसर का बेहतर इलाज संभव है।
कैंसर क्या है?
शरीर में कोशिकाओं के समूह की अनियंत्रित वृद्धि कैंसर है। ये कोशिकाएं टिश्यू को प्रभावित करती हैं। इससे कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है। कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है।लेकिन अगर कैंसर का सही समय पर पता ना लगाया गया और उसका सही समय पर उपचार नहीं हुआ तो इससे मौत का जोखिम भी बढ़ सकता है।
इस तरह हो सकता है कैंसर से बचाव
हर तरह के कैंसर के लक्षण अलग-अलग होते हैं। पर समान्य रूप से कैंसर से बचाव की बात करें तो शाकाहार अपनाएं और जंक फूड का सेवन न करें। तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए और अगर तंबाकू, धूम्रपान के आदि हैं और शराब भी पीते हैं तो कैंसर होने की प्रबल आशंका रहती है। आहार ऐसा लें जिसमें एंटीऑक्सिडेंट तत्व ज्यादा हों।
आयुर्वेद से कैंसर का इलाज संभव
आयुर्वेद में भी कैंसर (World Cancer Day) का जिक्र और इलाज दिया गया है। होम्योपैथी से भी कैंसर का इलाज संभव है। ऐसा नहीं कि प्राचीन काल में कैंसर नहीं होता था पर जीवनशैली के उत्तम होने के कारण इसके रोगियों की संख्या बहुत कम थी। आयुर्वेद में हजारों वर्ष पूर्व सुश्रुत संहिता में अर्बुद अर्थात कैंसर के कारण, लक्षण और चिकित्सा का वर्णन है।
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आयुर्वेद के मुताबिक गलत खान-पान और विकृत जीवन शैली के कारण शरीर की कोशिकाओं में वात, पित्त, कफ दोष की विषमता उत्पन्न हो जाती है। यह विकृत दोष शरीर की धातुओं रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, शुक्र में प्रवेश कर वहां पर कैंसर की उत्पत्ति करते हैं। इसलिए आयुर्वेद में इन दोषों को साम्यावस्था में लाकर और धातु की शुद्धि द्वारा कैंसर को समाप्त करते हैं।
कैंसर के इलाज के लिए आयुर्वेद
आयुर्वेद में औषधियां का जीन स्तर पर प्रभाव है। यह औषधियां जीन मे हुए म्यूटेशन को समाप्त करती हैं। अब कैंसर के उपचार के लिए आयुर्वेद की ओर रूझान बढ़ रहा है। कैंसर रोगी एवं उनके स्वजन सर्वसुलभ, सस्ती, प्रभावी एवं दुष्प्रभाव रहित इलाज ढूंढते हैं। शहर के शासकीय अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सतीश शर्मा के अनुसार आयुर्वेद से यह संभव है।
आयुर्वेदिक दवाओं से कैंसर का इलाज
कैंसर रोगियों (World Cancer Day 2021) का आयुर्वेद कॉलेज में आयुर्वेदिक दवाओं जैसे जैविक हल्दी, तुलसी, सदाबहार, गूग्गुलु, शिलाजीत, पुनर्नवा, काली तुलसी, सहजन जैसे औषधियों से उपचार किया जाता है। यह बीमारी रोगी को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक सभी स्तर पर दुर्बल करती है, इसलिए अस्पताल में रोगी की सभी स्तर पर सहायता की जाती है।
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कैंसर यूनिट प्रभारी डॉ. अखलेश भार्गव बताते हैं आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से शारीरिक दोषों को साम्यावस्था में लाया जाता है। कैंसर के घाव का गाय के घी से बनी दवा आदि के जरिए उपचार किया जाता है। गौमूत्र से बनी दवा हर्बल कीमोथैरेपी की तरह काम करती है। यह कैंसर की गांठ को कम करती हैं और कैंसर सेल को मारने का काम करती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार शरीर में कुछ दोष सुप्तावस्था में रहते हैं और अनुकूल परिस्थितियां पाकर दोबारा रोग को पैदा करते हैं, इसलिए एक बार कैंसर समाप्त हो जाने के बाद भी उन दोषों को साम्यावस्था में करने अथवा शरीर से निकालने के लिए मरीजों को संशमन एवं संशोधन चिकित्सा भी अवश्य लेना चाहिए ताकि यह बीमारी दोबारा ना हो।
क्यों मनाया जाता है विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day)
बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो ये समझते हैं कि ये बीमारी छूने से फैलती है जिसके चलते लोग कैंसर के मरीजों से अच्छा व्यवहार नहीं करते. कैंसर के संबंध में फैली गलत धारणाओं को कम करने और कैंसर मरीजों को मोटीवेट करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है. इसके लिए सरकारी और गैर-सरकारी संघठन विश्व भर में कैंप, लेक्चर और सेमीनार का आयोजन करते हैं.
विश्व कैंसर दिवस का इतिहास
विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) की स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) के द्वारा वर्ष 1993 में की गई थी यानी सबसे पहले विश्व कैंसर दिवस जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में UICC के द्वारा मनाया गया था. हालांकि कुछ अन्य प्रमुख कैंसर सोसाइटी, ट्रीटमेंट सेंटर, पेशेंट ग्रुप और रिसर्च इंस्टिट्यूट ने भी इसको आयोजित करने में मदद की थी. जानकारी के अनुसार उस समय लगभग 12.7 मिलियन लोग कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और हर साल तकरीबन 7 मिलियन लोगों की जान कैंसर की वजह से जा रही थी.
ये हो सकती हैं कैंसर होने की वजह
लम्बे समय तक तंबाकू या गुटखे का सेवन करना, सिगरेट पीना, शराब पीना, लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहना, आनुवंशिक दोष होना, शारीरिक निष्क्रियता, खराब पोषण एवं कभी-कभी मोटापा भी कैंसर होने की वजह बन सकता है.
कई तरह का होता है कैंसर
कैंसर कई तरह के होते हैं, लेकिन जो केस सबसे ज्यादा सामने आते हैं उनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट (पौरुष ग्रंथि) कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर, लिवर (यकृत) कैंसर, बोन कैंसर, मुंह का कैंसर और फेफड़ों का कैंसर शामिल है.
ये हो सकते हैं कैंसर के लक्षण
शरीर के किसी हिस्से में गांठ महसूस होना, निगलने में कठिनाई होना, पेट में लगातार दर्द बने रहना, घाव का ठीक न होना, त्वचा पर निशान पड़ जाना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, कफ और सीने में दर्द होना, थकान और कमजोरी महसूस होना, निप्पल में बदलाव होना, शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना.
कैंसर से बचाव के लिए ये करें उपाय
शराब का सेवन न करें, रेडिएशन के संपर्क में आने से बचें, फाइबर युक्त डाइट लें, धूम्रपान करने से बचें, डाइट में अधिक फैट न लें, शरीर का सामान्य वजन बनाए रखें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
अंर्तराष्ट्रीय कैंसर दिवस पर सूरजपुर जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में शिविर
सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा के निर्देशन और मुख्य चिकित्सा, स्वास्थ्य अधिकारी जिला सूरजपुर के मार्गदर्शन में आज जिला सूरजपुर में अंतर्राष्ट्रीय कैंसर दिवस मनाया जाएगा। जिला चिकित्सालय और जिले के समस्त विकासखण्डों, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में कैम्प का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर से ग्रसित मरीजो की जांच की जाएगी। सभी मरीजों को अपना ओपीडी पंजीयन अनिवार्य रूप से कराया जाना है।
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मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी सूरजपुर ने मरीजों से अपील किया है कि कैंसर का इलाज करायें और पुराने कैंसर के मरीज अपने संबंधित दस्तावेज या जिन्हें कैंसर होने की शंका है, वे जिला चिकित्सालय सूरजपुर में आकर अवश्य परामर्श लें।
राज्य स्तरीय अग्निशमन नियंत्रण कक्ष के फोन नंबरों की जानकारी
राज्य स्तरीय अग्निशन और आपातकालीन सेवाऐं का नियंत्रण कक्ष नया रायपुर स्थित मुख्यालय सेक्टर 19 में स्थापित है, जिसमें 101 टोल फ्री टेलीफोन स्थापित किया गया है। इसके अलावा वर्तमान में नियंत्रण कक्ष में अन्य फोन नंबर संचालित है। इन नंबरों की जानकारी अपने कार्यालय बोर्ड पर उल्लेखित करने के लिए कहा गया हैं। ताकि आम नागरिक को इसकी जानकारी प्राप्त हो सके, या आवश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सके। इन नंबरों के अलावा डायल 112 में भी संपर्क किया जा सकता है। राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष का नंबर है 0771-2512331, 0771-2512332, 0771-2512333, 0771-2224671।
चार कैंसर रोगियों का किया गया कीमोथेरेपी
अंबिकापुर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवापारा में बुधवार को तीन कैंसर रोगियों (World Cancer Day 2021) का निःशुल्क कीमोथेरेपी किया गया। सरगुजा संभाग में कीमोथेरेपी की सुविधा मिलने से दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले कैंसर के मरीजों को सहूलियत हो रही है। बुधवार को हिरोंदिया, श्याम बाई, रामबाई, बसंती का निःशुल्क कीमोथेरेपी किया गया।
संयुक्त संचालक एवं मुख्य चिकित्सा, स्वास्थ्य अधिकारी पीएस सिसोदिया ने बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवापारा में संभाग के कैंसर मरीजों का निःशुल्क कीमोथेरेपी कर उपचार किया जा रहा है। अब तक लगभग 32 मरीजों का सफल कीमोथेरेपी किया जा चुका है जो पूरी तरह निःशुल्क होता है और लगभग 110 से ज्यादा मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।
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बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के पहल पर बीते साल स्वास्थ्य केंद्र नवापारा में कीमोथेरेपी शुरू किया गया है। संभाग के इकलौता कीमोथेरेपी सेंटर होने से यहां संभाग भर के दूर-दूर से मरीज इलाज कराने आ रहे हैं।