नई दिल्ली
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने ईद-उल-अजहा पर लोगों को मुबारकबाद दी। अपने संदेश में श्री कोविद ने कहा कि यह त्यौहार बलिदान और सौहार्द का प्रतीक है।जो लोगों को अपनी और दूसरों की खुशहाली के लिए काम करने को प्रेरित करता है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर लोगों से कहा कि वे अपनी खुशियों में दूसरों को भी शामिल करें और आपसी मेलमिलाप को बढावा दें। उन्होंने लोगों से कहा कि वे कोविड-19 महामारी के मद्देनजर निर्धारित नियमों और निर्देशों का पालन करे।
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उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने कहा है कि ईद-उल-अजहा ईश्वर के प्रति पूर्ण आस्था और अपनी रचना के प्रति अपार प्यार तथा अनुकम्पा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस त्यौहार से हमें एक-दूसरे के लिए प्यार, कुर्बानी, शांति और विश्वबंधुत्व की भावनाओं की प्रेरणा देता है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईद-उल-जुहा की दी मुबारकबाद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-जुहा पर्व की मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा है कि ईद-उल-जुहा का पर्व ईश्वर के प्रति समर्पण एवं त्याग का प्रतीक है। इससे ईश्वर के प्रति प्रेम और समाज में भाईचारा एवं एकजुटता की भावना बढ़ती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों से सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं बचाव के उपायों का पालन करते हुए पर्व को मनाने की अपील की है।
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मुख्यमंत्री ने बालगंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर किया नमन
मुख्यमंत्री भूपेश बधेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रखर चिंतक एवं प्रमुख समाज सुधारक श्री बालगंगाधर तिलक की एक अगस्त को 100वीं पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि श्री तिलक ने सबसे पहले पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। उन्होेंने ‘स्वराज मेरा जन्म्सिद्ध अधिकार है‘ का प्रेरणादायक उद्घोष किया। इससे जन-जन में देश की स्वतंत्रता के प्रति जागरूकता का संचार हुआ। जनता को देश प्रेम एवं अन्याय के विरूद्ध संगठित करने के लिए उन्होंने सार्वजनिक गणेश उत्सव और शिवाजी उत्सव की शुरूआत की। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका यह योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।