कुंभ मेले (Haridwar Kumbh 2021) को लेकर भले ही संशय बरकरार हो, लेकिन मेला प्रशासन और नगर निगम अपनी तरफ से हरिद्वार को सुंदर बनाने में जुटा है। हरिद्वार की दीवारें कुंभ की कहानी खुद बयां कर रही हैं। जनवरी महीने तक हरिद्वार के गंगा घाटों, हवेलियों, आश्रमों और अखाड़ों की दीवारें भगवान राम के वनवास से लेकर राजतिलक की कथा बताएंगी।
हरिद्वार मेला प्रशासन ने उन रास्तों पर खूबसूरत पेंटिंग्स की हैं, जहां से भक्त हरिद्वार में आस्था की डुबकी लगाने आएंगे। आप बस से आ रहे हों या रेल से, यहां आते ही आपको दीवारों पर की गई पेंटिंग्स से कुंभ मेले में आने वाले संतों, अखाड़ों और भगवान राम से जुड़ी सभ्यता-संस्कृति के बारे में जानकारी मिलेगी।
श्री राम की लीलाओं का वर्णन
हरिद्वार (Haridwar Kumbh 2021) की ये दीवारें (Folk tails in walls) न केवल दिन में सभी को आकर्षित कर रही हैं, बल्कि रात को भी बेहद खूबसूरत नजर आ रही हैं। हरिद्वार बस अड्डे के नजदीक आप केदार बाबा के सूक्ष्म दर्शन कर पाएंगे। इतना ही नहीं, जो लोग हाइवे से गुजरेंगे उन्हें भगवान राम की लीलाओं का वर्णन दिखाई देगा, जिसकी तैयारियों में प्रशासन जुटा हुआ है।

सेल्फी प्वॉइंट्स की भी तैयारी
जूना अखाड़ा सहित निर्वाणी अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा के संतों का आने वाले श्रद्धालु न केवल फेस टू फेस दर्शन कर पाएंगे, बल्कि हरिद्वार के आश्रम, गंगा घाटों पर उनकी बनी अलौकिक कलाकृति के साथ सेल्फी भी ले सकेंगे। इसके लिए सेल्फी प्वॉइंट्स भी बनाये गए हैं।
युवाओं ने उठाया बीड़ा
नगर निगम ने इसके लिए बाकायदा इन युवाओं की टीम को ₹35 स्क्वायर फीट के हिसाब से रकम तय की है, जिसके बाद इन युवाओं की जिम्मेदारी है कि हरिद्वार की तमाम दीवारों, आश्रमों, होटलों और हाइवे पर भारतीय संस्कृति और कुंभ मेले की सभ्यता को पेंटिंग्स के जरिये समझाएं।