शासकीय कार्य में बाधा और उगाही करने का लगाया है गम्भीर आरोप, फर्जी रिपोर्ट से मीडियाकर्मी आक्रोशित।
महासमुंद । जल जीवन मिशन की जमीनी हकीकत पर खबर बनाने गए दो पत्रकारों और दो कैमरामैन के खिलाफ पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। पीएचई के सब इंजीनियर की लिखित रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज किया गया है। पत्रकारों पर शासकीय कार्य में बाधा (IPC की धारा 186), भयादोहन कर वसूली करने (IPC की धारा 384) का गम्भीर आरोप लगाया गया है।
दरअसल, पेयजल प्रदाय करने वाले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय (PHE) विभाग के सरायपाली अनुविभाग दफ्तर में 5 जून को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के स्थानीय पत्रकार खबर बनाने गए थे। वहां उप अभियंता टेकेन्द्र कुमार चंद्राकर कथित तौर पर नशे में द्युत मिले। पत्रकारों ने इंजीनियर से जलजीवन मिशन की जानकारी मांगी, तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
Viral video की जमीनी हकीकत
पत्रकारों ने जब देखा कि एक तरफ जहाँ ग्रामीण पानी के लिए परेशान हो रहे हैं, दूसरी ओर जिम्मेदार लोग नशे में चूर होकर मदमस्त हैं। इससे उनके सब्र का बांध फूट पड़ा। पत्रकारों ने एसडीएम (प्रशिक्षु IAS अधिकारी) को वस्तुस्थिति की जानकारी देने फोन लगा दिया। इतने में उप अभियंता पसीना-पसीना हो गए। गमछे से पसीना पोंछते हुए अपनी कुर्सी से उठकर तेजी से बाहर जाने लगे। तब पत्रकार रोमी सलूजा ने जल जीवन मिशन के संबंध में मीडिया के सवालों का जवाब देने इंजीनियर को रोका। पत्रकार के भरसक प्रयास के बावजूद इंजीनियर नहीं रुके। धक्का मुक्की करते हुए तेजी से भागे और अपने चारपहिया वाहन में सवार होकर खुद वाहन ड्राइव करते हुए भागते नजर आ रहे हैं। (जैसा कि सोशल मीडिया में video तेजी से viral हो रहा है)।
बौखला गया इंजीनियर !
जिम्मेदार कर्मचारी की गैरजिम्मेदाराना हरकत की खबर चली। इससे इंजीनियर बौखला गया और न्यूज कवरेज करने गए लोगों के खिलाफ दूसरे दिन 6 जून की रात साढ़े 9 बजे सरायपाली थाना में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया है। न्यूज कवरेज के लिए गए पत्रकारों के विरुद्ध मनगढ़ंत आरोप तब लगाया गया, जब न्यूज चैनलों और वेब मीडिया में खबरें तेजी से वायरल होने लगी थी। इसे पत्रकारों को सुनियोजित ढंग से फंसाए जाने का मामला बताया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंजीनियर, छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ दल (कांग्रेस) के एक प्रभावशाली नेता का करीबी रिश्तेदार है। जिनके द्वारा दबावपूर्वक बिना घटना की तस्दीक किए आनन-फानन में एफआईआर दर्ज कराया गया है। जबकि, पत्रकारों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध/जांच-कार्यवाही करने के लिए पुलिस महानिरीक्षक की अनुमति अनिवार्य है। गृह मंत्रालय के द्वारा इस संबंध में दिशा निर्देश भी जारी किया गया है। इसकी धज्जियां उड़ाते हुए फर्जी मुकदमे में पत्रकारों को फंसाए जाने की आशंका जताई जा रही है। बहरहाल, पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।
यह है पुलिस में दर्ज FIR
मैं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग देवेन्द्र नगर सरायपाली में उप अभियंता के पद पर पदस्थ हूं। कल दिनांक 05/06/2023 को 13:00 बजे अपने स्टाफ रमेश साहू और नवीन बारीक के साथ ऑफिस में शासकीय कार्य कर रहा था। उसी समय रोमी सलूजा, नृपानिधि पाण्डेय एवं अन्य 02 ऑफिस में घुसकर जबरन वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे की मांग करने लगे। जिसके संबंध में, मैं लिखित आवेदन पत्र पेश कर रहा हूं कार्यवाही चाहता हूं। इस शिकायत पत्र पर प्रथम दृष्टया धारा 186,384,34 भादवि का पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
लिखित आवेदन है इस प्रकार
प्रति,श्रीमान थाना प्रभारी आरक्षी केन्द्र सरायपाली जिला महासमुंद छ0ग0 विषय - रोमी सलूजा, नृपानिधि पाण्डेय एवं अन्य 02 के विरूद्व ब्लैक मेल करने के संबंध में प्रथम सूचना पत्र दर्ज करने के संबंध में शिकायत पत्र। महोदय,सादर निवेदन है कि मैं टेकेन्द्र कुमार चन्द्राकर पिता श्री स्व.कुमार सिंह चन्द्राकर, उप अभियंता, लोक स्वस्थ एवं यांत्रिकी विभाग सरायपाली में पदस्थ हू, विभाग के अन्य कार्यों के अतिरिक्त सरायपाली एवं बसना में जल जीवन मिशन का विशिष्ट दायित्व है, कल दिनांक 05/06/2023 को कस्तुराबहाल, चपीया ग्राम का कार्य निरीक्षण पश्चात वापस अपने सरायपाली आफिस में बैठकर मासिक प्रगति प्रतिवेदन स्वयं व स्टाफ रमेश साहू , नवीन बारिक के साथ मिलकर बना रहा था । उसी समय लगभग 01:30 बजे सफेद एक्सयूवी कार में रोमी सलूजा, नृपानिधि पाण्डेय अपने अन्य 02 साथी के साथ मेरे आफिस में आकर स्वयं को पत्रकार बताते हुए मुझसे बाइट चाहिए कहा। तब मैंने उन्हें अधिकारी के न होने तथा विभाग के कार्य से मीटिंग में जाने की बात कही और कहा कि न्यूज के लिए बाइट अधिकारी ही दे पायेंगे। तब रोमी सलूजा गुस्सें में भडक गया और कहने लगा कि जल जीवन मिशन का बहुत काम चल रहा है, हमें पैसा चाहिए। मैने उन्हे पैसे देने से इंकार किया। तब उसके साथी व रोमी सलूजा बत्तमीजी करने लगे और उसके साथ आये अन्य लोग विडियों कैमरा चालु कर वीडियो बनाने लगे और मुझे धमकी दिये कि शराब के नशे में आफिस में बैठे हो। उन्होनें रिकार्डींग कर दी और धमकी दिया कि तुम्हारा रिकार्डिग कर लिये हैं, हम लोगो को पैसा दो, नहीं तो टी.वी. में प्रसारित कर तुम्हे बदनाम कर तुम्हारी नौकरी खा जायेंगे।
मैंने पुनः किसी भी प्रकार से रूपये देने से इंकार कर दिया था, सभी लोगो ने आफिस में हंगामा किये, जिससे मैं तथा मेरे अधीनस्थ काम करने वाले कर्मचारी भयभीत हो गये और विभाग का शासकीय कार्य प्रभावित हुआ, उनके आचरण और व्यवहार से मैं भी विवश होकर आफिस से चला गया, जिसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों दी। आज 06/06/2023 को रोमी सलूजा, नृपानिधि पाण्डेय व उसके साथियों द्वारा एक राय होकर मुझे बदनाम करने और उनके रूपये की अवैध मांग की पूर्ति न करने से, उनके द्वारा राष्ट्रीय साधना प्लस एवं आई.एन.डी. न्यूज 24 चैनल में झूठी बाइट रिकार्डिंग डालकर मुझे अपमानित और गंभीर मानसिक क्षति पहुचाया है। रोमी सलूजा, नृपानिधि पाण्डेय एवं उसके साथियां द्वारा पूर्व में भी रूपये की मांग की जा चुकी है। मेरे द्वारा उनकी मांग न मानने के कारण उनके द्वारा रूपये की मांग करने योजनाबध्द तरिके से कल दिनांक 05/06/2023 को मेरे आफिस में आकर झूठी कहानी गढते हुए मुझे डरा धमका कर पैसे की मांग करने के लिए दबाव डालनें के नियत से पहले धमकाया गया फिर बिना किसी इजाजत के आफिस के भीतर रिकार्डिंग एवं हंगामा कर सभी स्टाफ लोगो को भयभीत कर धक्का मुक्की कर शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए रूपयें की मांग करने के नियत से रिकार्डिंग एवं झुठा समाचार प्रकाशित किया गया है,। उक्त घटना को विभाग के कर्मचारी देखे है। आपसे निवेदन है कि अनावेदक रोमी सलूजा एवं उसके अन्य तीन साथीयो भय में डालकर रूपये मांगने, शासकीय कार्य में बाधा डालने, शासकीय सेवक को भय में डालकर विवश करने, अनाधिकृत विभाग में प्रवेश करने, झुठी समाचार गढते हुए प्रकाशित करने, आदि अपराध के अतः रोमी सलूजा, नृपानिधि पाण्डेय एवं अन्य 02 के विरूद्व ब्लैकमेल कर पैसे मांगने के संबध में तथा शासकीय कार्य में बाधा पहुचाने का कृत्य किया है। अतः प्रथम सूचना पत्र दर्ज करने की कृपा करें। दिनांक - 06/06/2023 हस्ताक्षर (अस्पष्ट) आवेदक टेकेन्द्र कुमार चन्द्राकर पिता स्व. कुमार सिंह चन्द्राकर निवासी सरायपाली जिला महासमुंद छ0ग0