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तालाबों और जलाशयों को मछली पालन के लिए नीलामी करने के बजाय दस साल के लिए लीज पर दिया जाएगा

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रायपुर। आज विश्व मत्स्य दिवस है। दुनियाभर के सभी मछुआरों, मछली उत्पादकों और संबंधित हितधारकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हर साल इक्कीस नवंबर को विश्व मत्स्य दिवस मनाया जाता है। इस बीच, छत्तीसगढ़ को मत्स्य पालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। दमन में आयोजित एक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को बेस्ट इनलैंड स्टेट का पुरस्कार मिला। मत्स्य विभाग के संचालक एन.एस. नाग ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। वहीं, धमतरी जिले के बगौद गांव के मत्स्य पालन फर्म भारत बाला एक्वाकल्चर को बेस्ट प्रोप्राइटरी फर्मके रूप में सम्मानित किया गया।



वहीं, राज्य सरकार इस बारे में विचार कर रही है कि मछली पालन नीति में संशोधन करते हुए तालाबों और जलाशयों को मछली पालन के लिए नीलामी करने के बजाय दस साल के लिए लीज पर दिया जाएगा। इस योजना में परंपरागत मछुआ समुदाय के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। आज रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में आयोजित मछुवारा सम्मेलन में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने यह घोषणा की। आगामी कैबिनेट बैठक में नवीन मछली पालन नीति में संशोधन प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। चौबे ने कहा कि तालाबों और सिंचाई जलाशयों के जलक्षेत्र आबंटन सीमा में पचास फीसदी की कमी कर ज्यादा से ज्यादा मछुआरों को रोजगार से जोड़ने का प्रस्ताव है।

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