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मुख्यमंत्री के हाथों नक्सल हिंसा से 70 प्रभावितों को मिला विभिन्न विभागों में नियुक्ति आदेश

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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर के जिला अस्पताल को सौ बिस्तर से बढ़ाकर दो सौ बिस्तर करने की घोषणा के साथ ही अंचल के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के 70 आश्रितों को शासकीय नियुक्ति आदेश पत्र भी सौंपा और 19 हजार से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 14 करोड़ 9 लाख रूपए की बोनस राशि भी वितरित की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज बीजापुर जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में आयोजित नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के आश्रितों को शासकीय नियुक्ति आदेश और तेंदूपत्ता बोनस वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने 263 करोड़ 66 लाख से अधिक की लागत से 209 के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 228 करोड़ 53 लाख के 145 विकास कार्यों का भूमि पूजन और 35 करोड़ 13 लाख के 64 विकास कार्य का लोकार्पण शामिल है।

मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में बीजापुर में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना, भोपालपटनम में 132 केव्ही की विद्युत सब स्टेशन की स्थापना, 33 नए स्कूल खोलने, केंद्रीय पुस्तकालय और विशेषज्ञ चिकित्सकों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जोड़ने की घोषणा की। साथ ही प्रयास आवासीय विद्यालय और प्रतियोगिता परीक्षा के लिए कोचिंग की व्यवस्था करने के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया।

मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में कहा कि बस्तर क्षेत्र में विकास कार्य को गति दी जा रही है। नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से माओवाद-आतंक से प्रभावित क्षेत्रों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक, खनिज, वन संपदा से परिपूर्ण है। साथ ही यहां के निवासी भी ऊर्जावान है। प्रदेश के विकास में यहां के लोग महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, वनमंत्री और बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप, लोकसभा क्षेत्र बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंर्तगत गृह प्रवेश (चाबी वितरण) और आवास स्वीकृति पत्र, तेंदूपत्ता बोनस, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत राशि, किसान क्रेडिट कार्ड, सिलाई प्रशिक्षण प्राप्त नियद नेल्ला नार हितग्राहियों को प्रमाण पत्र, स्व सहायता समूह चक्रीय निधि, आय, जाति-निवास प्रमाण पत्र और युवाओं को खेल सामग्री का वितरण किया।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए विभागीय स्टालों का निरीक्षण कर वन अधिकार प्रमाण पत्र, विश्वकर्मा योजना का प्रमाण पत्र, ई रिक्शा का वितरण सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों का सामग्री वितरण किया। कार्यक्रम में बस्तर संभाग के कमिश्नर डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी., कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव, सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, गणमान्य जनप्रतिनिधि, नागरिकगण उपस्थित थे।

तेन्दूपत्ता संग्रहण: वनांचल में बिखेरी हरा सोना की चमक

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में तेन्दूपत्ता का संग्रहण जोरों पर है। तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2023 के दौरान अब तक 8 लाख 82 हजार 517 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है, जो लक्ष्य के आधा से अधिक अर्थात् 52.78 प्रतिशत है। इस तरह वनांचल में हरा सोना अर्थात् तेंदूपत्ता ने अपनी चमक बिखेरने लगी है। ज्ञातव्य है कि राज्य में चालू वर्ष के दौरान 16 लाख 72 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता के संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में वनांचल के आदिवासी-वनवासियों द्वारा तेंदूपत्ता का संग्रहण कार्य तेजी से जारी है।

प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ अनिल राय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में अब तक संग्रहित मात्रा में से वनमण्डल बीजापुर में 49 हजार 179 मानक बोरा तथा सुकमा में 94 हजार 555 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण शामिल है। इसी तरह वनमण्डल दंतेवाड़ा में 15 हजार 630 मानक बोरा, जगदलपुर में 19 हजार 446 मानक बोरा, दक्षिण कोण्डागांव में 18 हजार 286 मानक बोरा तथा केशकाल में 24 हजार 697 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। वनमण्डल नारायणपुर में 17 हजार 917 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 51 हजार 396 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 19 हजार 37 मानक बोरा, तथा कांकेर में 31 हजार 865 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

इसी तरह वनमण्डल राजनांदगांव में 43 हजार 405 मानक बोरा, खैरागढ़ में 19 हजार 686 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। बालोद में 17 हजार 356 मानक बोरा, कवर्धा में 23 हजार 126 मानक बोरा, वनमण्डल धमतरी में 20 हजार 492 मानक बोरा, गरियाबंद में 76 हजार 618 मानक बोरा, महासमुंद 63 हजार 832 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार 13 हजार 917 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है। वनमण्डल बिलासपुर में 15 हजार 60 मानक बोरा, मरवाही 5 हजार 616 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 5 हजार 825 मानक बोरा, रायगढ़ में 42 हजार 670 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 62 हजार 959 मानक बोरा, कोरबा में 34 हजार 976 मानक बोरा तथा कटघोरा में 33 हजार 746 मानक बोरा का संग्रहण हुआ है। इसी तरह वनमण्डल जशपुर में 21 हजार 455 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ 8 हजार 704 मानक बोरा और कोरिया में 2 हजार 899 मानक बोरा, सरगुजा में 11 हजार 256 मानक बोरा, बलरामपुर में 6 हजार 65 मानक बोरा, सूरजपुर में 10 हजार 730 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

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